संसद में चर्चा होना देशहित में, सरकार हर सवाल का जवाब देने को तैयार: मोदी

संसद में चर्चा होना देशहित में, सरकार हर सवाल का जवाब देने को तैयार: मोदी

संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू हो गया है


नई दिल्ली/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि संसद के शीतकालीन सत्र में देशहित में चर्चा हो और राष्ट्र की प्रगति के लिए रास्ते खोजे जाएं। उन्होंने कहा कि सरकार हर सवाल का जवाब देने को तैयार है, बशर्ते सदन में शांति बनाई रखी जाए तथा सदन व आसन की गरिमा के अनुकूल आचरण किया जाए।

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उल्लेखनीय है कि संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू हो गया है। सत्र की शुरुआत से पहले संसद भवन परिसर में मीडिया को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, संसद का यह सत्र अत्यंत महत्वपूर्ण है। देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, हिंदुस्तान में चारों दिशाओं में आजादी के अमृत महोत्सव निमित रचनात्मक, सकारात्मक, जनहित, राष्ट्रहित के लिए, सामान्य नागरिक अनेक कार्यक्रम कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी के दीवानों ने जो सपने देखे थे, उन्हें पूरा करने के लिए देश का सामान्य नागरिक भी कोई न कोई दायित्व निभाने का प्रयास कर रहा है। ये अपने आप में भारत के उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभ संकेत है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि संविधान दिवस पर भी नए संकल्प के साथ संविधान की स्पीरिट को चरितार्थ करने के लिए हर किसी के दायित्व के संबंध में पूरे देश ने एक संकल्प किया है। देश भी चाहेगा कि भारत की संसद ये सत्र और आने वाले सभी सत्र, आजादी के दीवानों की भावनाओं के अनुकूल देशहित में चर्चाएं करें।

प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले सत्र के बाद कोरोना की विकट परिस्थिति में भी देश ने कोरोना वैक्सीन की 100 करोड़ से अधिक डोज का आंकड़ा पार कर लिया है और 150 करोड़ की ओर अग्रसर है। नए वेरिएंट की खबरें भी हमें और सतर्क करती है, और सजग करती हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हम चाहते हैं कि संसद में सरकार की नीतियों के खिलाफ जितनी आवाज प्रखर होनी चाहिए हो, लेकिन संसद की गरिमा, स्पीकर की गरिमा के विषय में हम वो आचरण करें, जो आने वाले दिनों में देश की युवा पीढ़ी के काम आए।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भविष्य में संसद को कैसा चलाया, कितना अच्छा योगदान दिया, कितना सकारात्मक काम हुआ, उस तराजू पर तोला जाए। न कि मापदंड ये होना चाहिए कि किसने कितना जोर लगाकर सत्र को रोका। सरकार हर विषय पर खुली चर्चा के लिए तैयार है। हम ये भी चाहते हैं कि संसद में सवाल भी हों और शांति भी हो।

प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के 80 करोड़ नागरिकों को इस कोरोना काल के संकट में और अधिक तकलीफ न हो इसलिए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना से मुफ्त अनाज की योजना चल रही है। अब इस योजना को मार्च 2022 तक बढ़ा दिया गया है।

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