विश्व की सबसे डरावनी जगह, यहां जाना मौत का सामना करने के बराबर है
विश्व की सबसे डरावनी जगह, यहां जाना मौत का सामना करने के बराबर है
तो आज के समय में ऐसी बातों पर कोई भी विश्वास नहीं करेगा, लेकिन दुनिया में कुछ ऐसी जगह भी हैं, जहां इंसान इन्हें स्वीकारने भी लगता है। तभी तो कई ऐसी जगह वजूद में हैं, जो आज तक सुनसान प़डी है। यहां शहर के शहर खाली प़डे है।नॉर्थ कोरिया के शहर किजोंग-डोंग यहां की अजीबोगरीब कहानी है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यहां २०० परिवार रहते थे, लेकिन साल १९५६ के बाद सभी लोग यहां से डर कर भाग गए। आज यह शहर ऐसा हो चुका है, मानो जैसे मृत प़डा हो। अब यहां केवल एक समय लाइट जलाई जाती है ताकि लोगों को ये लगे कि यहां कोई रहता है। दूसरा, अमेरिका का एक ऐसा शहर जो लोहे की खोज की दौरान बसाया गया था। इस शहर का नाम ’’बो़डी’’ है। सन् १८८६ में यह शहर बसा। यहां मौजूद लोहे की खदानों के चलते लोग यहां आकर रहने लगे लेकिन फिर धीरे-धीरे जब लोहा खत्म हुआ तो लोग भी इस शहर को छो़डने लगे। बो़डी शहर की खोज साल १८८६ में हुई थी। यहां मौजूद लोहे की खदानों के कारण लोग यहां आकर रहने लगे थे लेकिन धीरे-धीरे जब यहां लोहा खत्म होने लगा तो लोगों ने दूसरे शहरों की और रुख करना शुरू कर दिया। देखते-देखते यह शहर कुछ ही दिनों में खाली हो गया। अब ये पूरा शहर खाली प़डा रहता है। बेल्जियम के पर्पस शहर के बारे में आपको जानकर ताज्जुब होगा, इस शहर में सारी सुविधाएं है बावजूद इसके यहां कोई नहीं रहता। ओरडौर सूर ग्लेन नामक यह शहर १० जून १९४४ को सबसे पहले चर्चा में आया था। दरअसल, यहां एक ऑफिसर को सुचना मिली थी कि उनके किसी साथी को यहां बंधक बना लिया गया है। सिर्फ इस घटना के कारण ही इस शहर को वीरान बना दिया गया है।