उल्लू को शराब पिलाकर क्यों दी जाती उसकी बलि?
उल्लू को शराब पिलाकर क्यों दी जाती उसकी बलि?
ज इंसान शिक्षित है लेकिन फिर भी अंधविश्वास की कोई सीमा नहीं होती है। कही भी किसी भी ची़ज को लेकर लोगों को अंधविश्वास हो सकता है। कहीं पर तो रीती- रिवाज के नाम पर अंधविश्वास होता है। इस अंधविश्वास के चलते ये काम करते है और उल्लू की बलि देकर माँ लक्ष्मी को प्रसन्न करते है। कुछ लोगो का मानना है कि उल्लू, लक्ष्मी माता का प्रतीक होता है और धनतेरस या दीवाली वाले दिन इसकी बलि देने लक्ष्मी माता प्रसन्न होती है। ये लोग इस अंधविश्वास के चलते ये काम करते है और उल्लू की बलि देकर अधिक लक्ष्मी माता को प्रसन्न करते है जो कि सिर्फ अंधविश्वास है। कुछ लोग दीवाली से पहले ही उल्लू खरीद लेते है और उसको पूजा के लिए तैयार करने के लिए रोज शराब पिलाई जाती है। दीपावली वाले दिन इसकी बलि देकर इसके कान, आंख और पंखों की भी पूजा करते है।