बच्चों को चरित्रवान बनाना भी जरूरी : सुमित्रा

बच्चों को चरित्रवान बनाना भी जरूरी : सुमित्रा

रायपुर। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा है कि शिक्षक के हाथों में ही देश का भविष्य होता है और बच्चों को बुद्धिमान के साथ चरित्रवान बनाना भी जरूरी है। सुमित्रा ने मंगलवार को बेमेतरा जिला मुख्यालय में आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह में कहा कि शिक्षक बनना आसान नहीं है। बच्चों के भीतर शिक्षा एवं संस्कार का बीज बोना चुनौतीपूर्ण कार्य है। शिक्षक अपने ज्ञान और शिक्षण कौशल से बच्चों पर इतना गहरा प्रभाव डालते है कि उनकी कही गई बातों पर ही बच्चे विश्वास करते हैं। इसलिए शिक्षकों की जिम्मेदारी और ब़ढ जाती है। शिक्षक के हाथों में ही देश का भविष्य होता है। उन्होंने शिक्षकों से कहा कि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देकर उनकी सीखने की क्षमता का विकास करना चाहिए। उन्होंने बच्चों को प़ढाई के साथ खेलकूद पर भी ध्यान देने के लिए कहा।बतौर मुख्य अतिथि लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि बेमेतरा में पिछले ३२ वर्षों से सामाजिक भागीदारी से आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह पूरे देश के लिए अनुकरणीय है। उन्होंने कहा कि समाज में शिक्षकों के योगदान को स्मरण करते हुए सेवानिवृत्ति पर उनका सम्मान किया जाना आवश्यक है। शिक्षक कभी सेवानिवृत्त नहीं होता है, वह शिक्षण कार्य से मुक्त होने के बाद भी समाज को दिशा देने का कार्य करता है। शिक्षकों के सम्मान के लिए सभी राजनैतिक दल, सामाजिक संगठनों और शैक्षणिक संस्थाओं की एकजुटता और आयोजन में भागीदारी सराहनीय है। लोकसभा अध्यक्ष महाजन और मुख्यमंत्री रमन सिंह ने इस अवसर पर बेमेतरा जिले के २६ सेवानिवृत्त शिक्षकों, २० प्रतिभावान विद्यार्थियों, दो दिव्यांग बच्चों एवं राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार प्राप्त एक छात्र को सम्मानित किया।

Tags:

About The Author

Dakshin Bharat Android App Download
Dakshin Bharat iOS App Download