‘स्वच्छता के लिए दिमाग की गंदगी भी निकालनी होगी’

‘स्वच्छता के लिए दिमाग की गंदगी भी निकालनी होगी’

दिल्ली। एक बार अपने बच्चों को खांसी जुकाम होने पर जब चिकित्सक को दिखाने गया तो डॉक्टर ने कहा कि यह सब गंदगी के कारण होता है। दूसरी बार जब अक्षर धाम के समीप से गुजर रहा था तभी आगे चल रहे एक कार में बैठे व्यक्ति ने कोल्ड ड्रिंक की बोतल बाहर फंंेकी, जिससे उनकी गा़डी अनियंत्रित हो गई और वे बाल-बाल बच गए। इन दो घटनाओं के बाद से ग्रेटर नोएडा-दिल्ली के एक ऑटोचालक सचिन शर्मा ने स्वच्छता के प्रति जागरुकता की ठानी। उन्होंने अपनी ऑटो के पीछे एक कू़डादान लगवा लिया। आज उन्हें कोई पागल कहता है तो कई ऑटो चालक वाले उसका विरोध भी करते हैं लेकिन अधिकतर जगह उन्हें अपने इस खास अंदाज के लिए सराहना ही मिलती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना स्वच्छ भारत अभियान को आगे बढाने के लिए दिल्ली एनसीआर में ऑटो चलाने वाले तथा ग्रेटर नोएडा के में रहने वाले और चार बच्चों के पिता सचिन गत १८ माह से ऑटो चला रहे हैं, इस वर्ष जनवरी माह में अपने ऑटो के पीछे कू़डादान लगाया जिसमें राह चलते लोग कचरा डाल देते हैं तथा उन्हें भी कहीं राह में कचरा आदि मिलता है तो उसे एकत्रित कर वे कू़डादान में लेकर उसे किसी ढलावघर में जाकर फेंक देते हैं। देश हित में इस काम को शुरु करने वाले सचिन की पहचान आज कू़डेदान वाले ऑटो के रुप में हो चुकी है। वे बताते हैं कि वैसे तो हर जगह कु़डेदान होने चाहिए लेकिन उनके संदेश में इतना ही है कि किसी को कहीं कचरापात्र ना दिखे और उनका ऑटो दिख जाए तो वह उसमें कचरा डाल दे। बकौल सचिन लोगों के लिए मेरा संदेश इतना भर है कि दिमाग की गंदगी भी निकालो और स्वच्छता अपनाओ। उन्होंने बताया कि उनका ऑटो इसलिए नहीं है कि जब वह घर से निकले तो प़डोसी अपने घरों का कचरा उसमें डाल दें बल्कि यह तो उनकी सोच बदलने के लिए है ताकि वे कभी घर से बाहर भी स्वच्छता के प्रति जागरुक रहें। सचिन अपने ऑटो में बैठने वाली सवारियों तक को जागरुकता के इस संदेश के तहत बता देते हैं कि वह स़डक पर कचरा आदि ना फेंके, बल्कि उनके ऑटो के पीछे लगे ऑटो के कू़डेदान में डाल दें। सचिन ने अपने ऑटो में एक मयूर जग भी रखा हुआ है जिससे वह कू़डदान को खाली करने के बाद उसे पानी से धो देते हैं जिससे उसमें बदबू ना आए। वे चाहते हैं कि उनका यह संदेश प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तक पहंुच जाए। उन्होंने कहा मोदीजी ने एक बार झा़डू लगाई तो लोगों ने भी झा़डू उठा ली थी, उनमें जागरुकता आई। वैसे ही प्रधानमंत्री एक बार मेरे ऑटो को दिखा दें तो लोगों में और जागरुकता आएगी। अपने ऑटो के पीछे बेटियों-महिलाओं से संबन्धित अनेक प्रकार के संदेशप्रद स्लोगन भी उन्होंने प्रिंट करवा रखें हैं। रात्रि १२ बजे से प्रातः ४ बजे तक जरुरतमंद लोगों को निशुल्क सेवा देने वाले सचिन इस बिंदास और अनूठे अंदाज की पहल के लिए नोएडा अथॉरिटी ने उन्हें इनाम देने की घोषणा भी कर रखी है।

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