आरपीएफ ने ट्रेनों में जंजीर खींचने को लेकर पिछले साल 45 हजार से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया
आरपीएफ ने ट्रेनों में जंजीर खींचने को लेकर पिछले साल 45 हजार से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया
नई दिल्ली/भाषा। रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने 2019 में ट्रेनों में जंजीर खींचने को लेकर 45,000 से अधिक लोगों और ट्रेनों पर पथराव करने को लेकर 400 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया। बल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। इन घटनाओं के चलते ट्रेनों की यात्रा में विलंब हुआ और यात्रियों को असुविधा हुई।
अधिकारी ने बताया कि पिछले साल इस तरह की 55,373 घटनाएं हुईं। इस अवधि में आरपीएफ ने 45,784 लोगों को गिरफ्तार किया और 43,951 को अभियोजित किया। उन्होंने बताया कि इस अवधि के दौरान 1,000 से अधिक ट्रेनों पर पथराव किया गया, जबकि 659 मामले दर्ज किए गए और 404 लोगों को इस सिलसिले में गिरफ्तार किया गया।आरपीएफ महानिदेशक अरुण कुमार ने बताया कि जिन स्थानों पर ये घटनाएं अधिक होती हैं वहां उन्होंने अतिरिक्त बल तैनात किए। उन्होंने बताया, मई 2019 से हमने देखा कि जंजीर खींचने की घटनाओं में कमी आई है। उन्होंने कहा, पथराव के मामले में हमने लोगों को संवेदनशील किया है और ऐसे मामलों में भी कमी आई है।
आरपीएफ के आधिकारिक आंकड़ों में यह भी कहा गया है कि इसकी सुरक्षा हेल्पलाइन को 2019 में 60,453 फोन कॉल प्राप्त हुए और ट्विटर पर मिलीं 31,851 शिकायतों पर कार्रवाई की गई। आरपीएफ ने पिछले साल 1,57,354 टिकट जांच अभियान चलाए और 54,15,739 लोगों को पकड़ा तथा उनसे जुर्माने के तौर पर 2,15,65,53,964 रुपए वसूले।
उन्होंने बताया कि महिलाओं की सुरक्षित एवं सहज यात्रा के लिए विशेष अभियान भी चलाए गए, ताकि उनके डिब्बों में पुरुष यात्रियों के प्रवेश को रोका जा सके। इन अभियानों में 7,151 लोगों को गिरफ्तार किया गया। आंकड़ों के मुताबिक आरपीएफ ने मानव तस्करों के चंगुल से 446 लोगों को भी छुड़ाया और इन घटनाओं के सिलसिले में 68 लोगों को गिरफ्तार किया गया।
कुमार ने बताया कि इसके अलावा पिछले साल ऐसे 16,011 बच्चों को भी छुड़ाया गया जो अपने घरों से भाग गए थे, या नशे के आदी थे या अपहृत कर लिए गए थे। आरपीएफ ने यात्रियों के छूट गये सामान के 13,204 मामले भी निपटाए।बल ने मालगाड़ियों में कोयला और पेट्रोलियम चोरी के मामलों से निपटते हुए क्रमश: 444 और 56 लोगों को गिरफ्तार किया।