हैदराबाद के बाद अब उन्नाव में दरिंदगी, पीड़िता को 90% तक जलाया, पांचों आरोपी गिरफ्तार

हैदराबाद के बाद अब उन्नाव में दरिंदगी, पीड़िता को 90% तक जलाया, पांचों आरोपी गिरफ्तार

crime against women

लखनऊ/भाषा। उन्नाव में आग के हवाले की गई दुष्कर्म पीड़िता को लखनऊ के श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां डॉक्टरों ने बताया है कि वह 90 फीसदी तक जल गई है और उसकी हालात बहुत गंभीर है।

सिविल अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट (एमएस) डॉ. आशुतोष दुबे ने बताया कि ‘पीड़िता को 90 फीसदी जली अवस्था में सुबह करीब सवा दस बजे अस्पताल लाया गया। उसे तुरंत बर्न वार्ड में भर्ती कराया गया है जहां डॉक्टरों की एक टीम निरंतर उसकी निगरानी कर रही है। उसकी हालत बहुत ही गंभीर है। अभी कुछ भी कहना मुश्किल है।’

उनसे जब पूछा गया कि पीड़िता को क्या किसी अन्य बड़े अस्पताल में लखनऊ या बाहर भेजे जाने की संभावना है तो उन्होंने कहा कि इस बारे में मैं कुछ नही कह सकता हूं। हमारी डॉक्टरों की टीम बेहतर इलाज प्रबंधन में लगी है।

दुबे ने बताया कि पहली नजर में पीड़िता को देखने में लगता है कि उसे किसी ज्वलनशील पदार्थ डालकर जलाया गया है, बाकी यह जांच का विषय है।

गौरतलब है कि उन्नाव जिले में एक बलात्कार पीड़िता (20) को बृहस्पतिवार तड़के पांच लोगों ने जिंदा जलाने की कोशिश की। पुलिस के अनुसार वारदात बिहार थानाक्षेत्र के सिंदुपुर गांव की है। इस मामले में सभी पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

Google News
Tags:

About The Author

Post Comment

Comment List

Advertisement

Latest News

कुपवाड़ा: मुठभेड़ में आतंकवादी ढेर, घायल जवान हुआ शहीद कुपवाड़ा: मुठभेड़ में आतंकवादी ढेर, घायल जवान हुआ शहीद
श्रीनगर/दक्षिण भारत। जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा क्षेत्र में शनिवार सुबह सेना और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई। इस दौरान एक जवान...
'छद्म युद्ध' की चुनौतियां
दपरे: कारगिल युद्ध के वीरों के सम्मान में सेंट्रल हॉस्पिटल ने रक्तदान शिविर लगाया
कर्नाटक सरकार ने रामनगर जिले का नाम बदलकर बेंगलूरु दक्षिण करने का फैसला किया
मराठा लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंटल सेंटर ने कारगिल युद्ध विजय की 25वीं वर्षगांठ मनाई
एमयूडीए मामला: प्रह्लाद जोशी ने सिद्दरामैया पर आरोप लगाया, सीबीआई जांच की मांग की
भोजनालयों पर नाम प्रदर्शित करने संबंधी निर्देश पर योगी सरकार ने उच्चतम न्यायालय में क्या दलील दी?