जूता फेंकने वाले व्यक्ति को सीजेआई द्वारा माफ किया जाना उनकी महानता को दर्शाता है: सिद्दरामय्या
मुख्यमंत्री ने वाल्मीकिजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया
Photo: @siddaramaiah X account
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दरामय्या ने मंगलवार को महर्षि वाल्मीकि जयंती के अवसर पर विधायक निवास के सामने वाल्मीकिजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। उन्होंने समारोह को संबोधित भी किया।
सिद्दरामय्या ने देशवासियों को महर्षि वाल्मीकि जयंती की शुभकामनाएं देते हुए कहा, 'वाल्मीकि जयंती उत्सव के माध्यम से हमने उन्हें स्मरण किया। देश ने ऐसे अद्भुत साहित्यकार को देखा है। वे रामायण जैसे महान ग्रंथ के रचयिता हैं।'सिद्दरामय्या ने कहा, 'हालांकि वाल्मीकि का जन्म वंचित समुदाय में हुआ था, फिर भी उन्होंने रामायण जैसे महान ग्रंथ को दुनिया के सामने प्रस्तुत किया। वाल्मीकि की प्रतिमा साल 2017 में स्थापित की गई थी। वाल्मीकि और कनकदास जैसे महान संतों ने सामाजिक चेतना से भरा जीवन जिया।'
सिद्दरामय्या ने कहा, 'वे अपने द्वारा प्रचारित मानवीय मूल्यों के अनुसार जीवन जीते थे।' मुख्यमंत्री ने कहा, 'आगामी मंत्रिमंडल फेरबदल के दौरान नायका समुदाय के विधायकों को मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व प्रदान करने पर विचार किया जाएगा।'
सिद्दरामय्या ने कहा, 'सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई ने स्वयं उस व्यक्ति को माफ कर दिया, जिसने उन पर जूता फेंका था। यह उनकी महानता को दर्शाता है, लेकिन मैं इस तरह के कृत्य की कड़ी निंदा करता हूं।'


