जी परमेश्वर ने कर्नाटक में 'मुख्यमंत्री परिवर्तन' की अटकलों को खारिज किया
कहा- 'इस मामले पर सरकार और सत्तारूढ़ कांग्रेस के बीच कोई भ्रम नहीं है'
Photo: DrGParameshwara FB Page
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने सोमवार को इस साल के आखिर में राज्य के मुख्यमंत्री के संभावित बदलाव की अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि सिद्दरामय्या पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि वे पांच साल का कार्यकाल पूरा करेंगे।
परमेश्वर ने यहां संवाददाताओं से कहा, 'इस मामले पर सरकार और सत्तारूढ़ कांग्रेस के बीच कोई भ्रम नहीं है।'उन्होंने कहा, 'मुख्यमंत्री ने खुद कहा है कि वे पांच साल तक पद पर रहेंगे, तो फिर मुद्दा कहां है? क्या उन पर कोई जिम्मेदारी नहीं है? एक राज्य के मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी होती है और उस जिम्मेदारी के साथ, उनके आदेश पर, उन्होंने बयान दिया है कि वे पांच साल तक पद पर रहेंगे। यहीं पर मामला खत्म होता है।'
कुछ कांग्रेस नेताओं द्वारा मुख्यमंत्री बदलने के संबंध में बार-बार बयान दिए जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, 'वे कुछ कह सकते हैं या अपनी राय साझा कर सकते हैं, अगर आप लोग (मीडिया) चुप रहेंगे तो सब ठीक रहेगा। आपकी वजह से ही इस पर ध्यान दिया जा रहा है, बस।'
राज्य के राजनीतिक हलकों में, विशेष रूप से सत्तारूढ़ कांग्रेस के भीतर नेतृत्व परिवर्तन की अटकलें पिछले कुछ समय से चल रही हैं, जिसमें सिद्दरामय्या और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के बीच सत्ता-साझाकरण समझौते का हवाला दिया जा रहा है।
कुनिगल से कांग्रेस विधायक एचडी रंगनाथ और मांड्या के पूर्व सांसद एलआर शिवराम गौड़ा ने पिछले हफ़्ते यह दावा करते हुए बहस फिर शुरू कर दी कि शिवकुमार अगले मुख्यमंत्री बनेंगे। गौड़ा ने आगे कहा कि यह नवंबर में हो सकता है।
सिद्दरामय्या ने पिछले सप्ताह दोहराया था कि वे अपना कार्यकाल पूरा करेंगे। उन्होंने कहा था कि वे अपने दूसरे कार्यकाल में 2.5 वर्ष तक मुख्यमंत्री रहे हैं और बाकी 2.5 वर्ष तक पद पर बने रहेंगे।
मई 2023 के विधानसभा चुनाव नतीजों के बाद, मुख्यमंत्री पद के लिए सिद्दरामय्या और शिवकुमार के बीच कड़ी प्रतिस्पर्द्धा हुई थी। आखिरकार कांग्रेस ने शिवकुमार को उपमुख्यमंत्री बनाया।


