प्रधानमंत्री मोदी यूक्रेन पहुंचे, जेलेंस्की से करेंगे बातचीत
'भारत का यह दृढ़ विश्वास है कि किसी भी समस्या का समाधान युद्ध के मैदान में नहीं किया जा सकता'
Photo: narendramodi FB Page
कीव/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को यूक्रेन पहुंचे। वे कीव द्वारा रूसी क्षेत्र में ताजा सैन्य हमले के बीच राष्ट्रपति जेलेंस्की से बातचीत करेंगे। मोदी, जेलेंस्की के साथ आमने-सामने और प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता करेंगे, जिसमें रूस-यूक्रेन संघर्ष का बातचीत के जरिए समाधान निकालने के तरीकों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
प्रधानमंत्री अपनी दो देशों की यात्रा के दूसरे और अंतिम चरण में पोलैंड से कीव 'रेल फोर्स वन' ट्रेन से लगभग 10 घंटे की यात्रा करके पहुंचे। प्रधानमंत्री की कीव यात्रा, उनकी मास्को की उच्चस्तरीय यात्रा के लगभग छह सप्ताह बाद हो रही है, जिसके दौरान उन्होंने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ व्यापक वार्ता की थी, जिसका मुख्य उद्देश्य संघर्ष को समाप्त करना था।पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क के साथ वार्ता के बाद मोदी ने गुरुवार को कहा कि यूक्रेन और पश्चिम एशिया में चल रहे संघर्ष गहरी चिंता का विषय हैं और शांति बहाल करने के लिए बातचीत और कूटनीति ही आगे का रास्ता है।
उन्होंने कहा, 'भारत का यह दृढ़ विश्वास है कि किसी भी समस्या का समाधान युद्ध के मैदान में नहीं किया जा सकता। किसी भी संकट में निर्दोष लोगों की जान जाना पूरी मानवता के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन गई है।'
उन्होंने वारसॉ में मीडिया को दिए एक बयान में कहा, 'हम शांति और स्थिरता की शीघ्र बहाली के लिए बातचीत और कूटनीति का समर्थन करते हैं। इसके लिए भारत अपने मित्र देशों के साथ मिलकर हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है।'
मोदी ने जून में इटली के अपुलिया में जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान ज़ेलेंस्की के साथ बातचीत की थी।
बैठक में मोदी ने यूक्रेनी राष्ट्रपति को बताया कि भारत यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान के लिए अपने साधनों के भीतर हरसंभव प्रयास करता रहेगा तथा शांति का रास्ता बातचीत और कूटनीति से होकर जाता है।
मोदी ने ज़ेलेंस्की को यह भी बताया कि भारत यूक्रेन में संघर्ष का समाधान ढूंढने के लिए मानव-केंद्रित दृष्टिकोण में विश्वास करता है।
बैठक में यूक्रेनी राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री को कीव आने का निमंत्रण दिया था।