'शहजादे' हार के डर से दूसरी सीट खोज रहे, अमेठी से भागकर रायबरेली को चुनना पड़ा: मोदी

प्रधानमंत्री ने पश्चिम बंगाल के बर्धमान-दुर्गापुर में भाजपा की चुनावी जनसभा को संबोधित किया

'शहजादे' हार के डर से दूसरी सीट खोज रहे, अमेठी से भागकर रायबरेली को चुनना पड़ा: मोदी

प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं मौज करने के लिए पैदा नहीं हुआ हूं

बर्धमान/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के बर्धमान-दुर्गापुर में भाजपा की चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे देश ने और आप सबने इतना आशीर्वाद दिया है ... शायद कोई इंसान अपने जीवन में ऐसी कल्पना तक नहीं कर सकता है कि ईश्वर रूपी जनता-जनार्दन इतने आशीर्वाद बरसाएं और लगातार बरसाएं और सालों-साल यह आशीर्वाद बढ़ता ही जा रहा है। जीवन में इससे बड़ा संतोष क्या होता है?

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प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं मौज करने के लिए पैदा नहीं हुआ हूं। मैं खुद के लिए जीना नहीं चाहता हूं। मैं तो आपकी सेवा का संकल्प लेकर, महान भारत माता के 140 करोड़ देशवासियों की सेवा करने के लिए निकला हूं। मोदी का एक ही सपना है- आपके सपनों को पूरा करना।

प्रधानमंत्री ने कहा कि मैंने पहले ही यह बता दिया था कि 'शहजादे' वायनाड में हार के डर से अपने लिए दूसरी सीट खोज रहे हैं। अब इन्हें अमेठी से भागकर रायबरेली सीट चुननी पड़ी है। ये लोग घूम-घूम कर सबको कहते हैं- डरो मत! मैं भी इन्हें यही कहूंगा- डरो मत, भागो मत!

प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले वर्षों में आपने मुझे जो समर्थन दिया है, वह मुझे विनम्र बनाता है। जब कोई सत्ता और पद का भूखा होता है, तो वह प्रधानमंत्री बनने के बाद आसानी से आराम कर सकता है, क्योंकि उसने पहले ही इतिहास में अपना नाम दर्ज करा लिया है, लेकिन मैं यहां आनंद लेने के लिए नहीं आया हूं। मैं अपना जीवन आपकी सेवा में समर्पित करना चाहता हूं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि मोदी विकसित भारत बनाने के लिए, आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए दिन-रात एक किए हुए है। यह मैं अपने लिए नहीं, बल्कि अपनों के लिए कर रहा हूं। मेरे अपने मतलब- मेरा भारत, मेरा परिवार। आपके सपनों के लिए संकल्प लेकर जी रहा हूं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस, लेफ्ट और कांग्रेस के पास विकास का विजन ही नहीं है। लेफ्ट, कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस किसी राज्य का क्या हाल कर सकती हैं, यह आप अच्छी तरह जानते हैं। यहां पास में ही त्रिपुरा लेफ्ट वालों ने तबाह कर रखा था, लेकिन पिछले 5 साल में भाजपा ने पूरे त्रिपुरा की जिंदगी बदल दी। लेफ्ट वाले गए तो विकास का सूरज उगने लगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि मैंने कल टीवी पर देखा कि यहां बंगाल में तृणमूल के एक विधायक ने सरेआम धमकी दी। वे कह रहे थे कि '... को दो घंटे में भागीरथी में बहा देंगे।' यह कौनसी भाषा है?

प्रधानमंत्री ने कहा कि तृणमूल, वामपंथी और कांग्रेस मुझे धमकाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन मैं तो भयभीत नहीं हूं। आप मुझे जितनी अधिक गालियां देंगे, मैं उतना ही बेहतर ढंग से अपने लोगों के लिए काम करूंगा। विपक्ष के पास भारत के लिए कोई विजन नहीं है। वे केवल वोटबैंक के लिए समाज को बांटना जानते हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि बंगाल में तृणमूल की सरकार ने हिंदुओं को दोयम दर्जे का नागरिक बनाकर रख दिया है। ये कैसे लोग हैं कि जय श्रीराम के उदघोष से भी इन्हें आपत्ति है? इनको राम मंदिर के निर्माण से आपत्ति है, रामनवमी की शोभायात्रा से आपत्ति है!

प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं तृणमूल सरकार से पूछना चाहता हूं कि यहां संदेशखाली में हमारी दलित बहनों के साथ इतना बड़ा अपराध हुआ .. पूरा देश कार्रवाई की मांग करता रहा, लेकिन तृणमूल गुनहगार को बचाती रही ... क्या सिर्फ इसलिए, क्योंकि उस गुनहगार का नाम शाहजहां शेख था?

प्रधानमंत्री ने कहा कि इन वोट के भूखे लोगों की पहले दो चरणों में लुटिया डूब चुकी है। अब ये खुलेआम एक नया खेल लेकर आए हैं। अब ये कहते हैं कि मोदी के खिलाफ 'वोट जिहाद' करो। जिहाद क्या होता है, यह हमारे देश के लोग भली-भांति जानते हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे देश में दशकों से यह वोट जिहाद का खेल पर्दे के पीछे चलता था, चुपचाप चलता था। पहली बार वे इतने हताश और निराश हो चुके हैं कि अब वोट जिहाद की सार्वजनिक घोषणा कर रहे हैं। इसीलिए वोट जिहाद की इस अपील पर कांग्रेस का शाही परिवार, तृणमूल का परिवार और लेफ्ट का परिवार चुप है। यानी इंडि अलायंस के सारे चट्टे-बट्टे वोट जिहाद से सहमत हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं पिछले 10 दिन से लगातार कांग्रेस को तीन चुनौतियां दे रहा हूं, लेकिन वे मौन होकर बैठ गए हैं। मेरी पहली चुनौती है- कांग्रेस और इंडि गठबंधन वाले देश को लिखित में विश्वास दें कि वे धर्म के आधार पर आरक्षण में, संविधान में कोई भी परिवर्तन नहीं करेंगे। मेरी दूसरी चुनौती है- ये लिखित में देश से वादा करें कि एससी/एसटी, ओबीसी का आरक्षण छीनकर धर्म के आधार पर किसी को नहीं बाटेंगे। मेरी तीसरी चुनौती है- लिखित में दें कि जहां इनकी राज्य सरकारें हैं, वहां ओबीसी का कोटा काटकर, धर्म के आधार पर ... को आरक्षण नहीं दिया जाएगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस इस बार पहले से भी कम सीटों पर सिमटने जा रही है। अब देश भी समझ रहा है कि ये लोग चुनाव जीतने के लिए नहीं लड़ रहे हैं। ये सिर्फ देश को बांटने के लिए चुनाव के मैदान का उपयोग कर रहे हैं।

कांग्रेस ने कहा है कि वे आपकी संपत्ति और सामान का एक्स-रे कराएंगे। हमारा संविधान कहता है कि भारत सरकार को किसी की आस्था के आधार पर आरक्षण नहीं देना चाहिए। लेकिन, कांग्रेस अपने '... वोटों' की चाहत में एससी, एसटी और ओबीसी के अधिकारों को छीनकर अपने वोट बैंक को देना चाहती है।

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