आईटीआई लि. ने आर एंड डी पहल के लिए टीसीआईएल और सी-डॉट के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए
यह समझौता ज्ञापन देश की दूरसंचार आवश्यकताओं को पूरा करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम होगा
सी-डॉट देश का एक शीर्ष अनुसंधान एवं विकास केंद्र है
बेंगलूरु/नई दिल्ली/दक्षिण भारत। आईटीआई लिमिटेड ने हाल में टेलीमैटिक्स के विकास केंद्र (सी-डॉट) और दूरसंचार कंसल्टेंट्स इंडिया लिमिटेड (टीसीआईएल) के साथ एक त्रिपक्षीय समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं, जो दूरसंचार के क्षेत्र में अनुसंधान एवं विकास प्रयासों को समन्वित करने के लिए सरकार के बड़े प्रयासों के हिस्से के रूप में है।
इसका उद्देश्य स्मार्ट शहरों के लिए नवीन दूरसंचार उत्पादों और संबंधित सेवाओं के निर्माण और वितरण में सी-डॉट, टीसीआईएल और आईटीआई के बीच सहयोग के लिए ढांचा स्थापित करना है।टीसीआईएल, आईटीआई और सी-डॉट के बीच सहयोग में उन परियोजनाओं के संयुक्त निष्पादन की परिकल्पना की गई है, जो तीनों पक्षों के पारस्परिक हित में हैं। प्रत्येक परियोजना एक अलग एग्रीमेंट द्वारा होगी, जिसमें टीसीआईएल लीड पार्टनर, सी-डॉट टेक्नोलॉजी पार्टनर और आईटीआई मैन्युफैक्चरिंग पार्टनर होगा।
एमओयू का आदान-प्रदान आईटीआई लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक राजेश राय, सी-डॉट के रजिस्ट्रार राजीव कुमार और टीसीआईएल की कार्यकारी निदेशक अलका अस्थाना के बीच हुआ।
इस अवसर पर डॉट सदस्य उमा शंकर पांडे, डीडीजी मुकेश मंगल, डीडीजी (एसयू) बीके नाथ, सी-डॉट निदेशक पंकज दलेला, हेड-मार्केटिंग एंड कॉर्पोरेट कम्युनिकेशंस रविंदर अंबरदार, टीसीआईएल जीएम (डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन) संजय कुमार, जीएम (सीएनपी) राजेश अग्रवाल, बीएसएनएल और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
इस अवसर पर राजेश राय ने कहा, हम आईटीआई के लिए इस साझेदारी का हिस्सा बनकर बहुत खुश हैं। आईटीआई भारतीय दूरसंचार क्षेत्र में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने के लिए स्थापित पहला दूरसंचार विनिर्माण पीएसयू है। हमारे पास सी-डॉट और टीसीआईएल दोनों के साथ लंबे समय से उत्पादक और समृद्ध अनुभव है और मैं उन दोनों के साथ काम करने के लिए उत्सुक हूं ताकि इससे उत्पन्न होने वाली सहक्रिया राष्ट्र के विकास के लिए फायदेमंद साबित हो।
पंकज दलेला ने कहा, यह समझौता ज्ञापन देश की दूरसंचार आवश्यकताओं को पूरा करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम होगा और हम इस साझेदारी का हिस्सा बनकर उत्साहित हैं। सी-डॉट देश का एक शीर्ष अनुसंधान एवं विकास केंद्र है। आईटीआई लिमिटेड और टीसीआईएल देश के विश्वसनीय दूरसंचार खिलाड़ी हैं, जो हमें भारत और विदेशों में ग्राहकों को आपूर्ति करने के लिए स्वाभाविक भागीदार बनाते हैं।
अलका अस्थाना ने कहा, टीसीआईएल साल 1978 में अपनी स्थापना के बाद से नई तकनीकों को अपनाने में अग्रणी रहा है। हम हमेशा भारत के नागरिकों को तकनीकी लाभ देने के इच्छुक रहे हैं और आईटीआई और सी-डॉट के साथ यह साझेदारी उसी दिशा में एक ऐसा कदम है।