द्रमुक ने विस चुनाव में खर्च की 86 करोड़ की राशि

द्रमुक ने विस चुनाव में खर्च की 86 करोड़ की राशि

चेन्नई। वर्ष २०१६ के तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी द्रमुक ने पार्टी के प्रतीक छपे टोपियों को खरीदने पर १ करो़ड रुपए की राशि खर्च की। चुनाव आयोग को पार्टी द्वारा सौंपे गए ऑडिट अकाउंट में यह दिखाया गया है। इस रिपोर्ट मेंे बताया गया है कि वर्ष २०१६-१७ में पार्टी ने करीब ८२ करो़ड रूपए खर्च हुए और इसे विभिन्न स्रोतों से केवल ४ करो़ड रूपए प्राप्त हुए थे। पार्टी ने चुनावी वर्ष में आयकर विभाग को ५ लाख रुपए का भुगतान किया लेकिन पार्टी के खर्च के मुकाबले इसकी आय कम होने के कारण पार्टी ने आयकर विभाग से रिफंड की मांग की है।द्रमुक ने बताया है कि इसकी आय का स्रोत बैंक जमा से प्राप्त हुआ ब्याज है। पिछले वित्तीय वर्ष में, पार्टी ने ब्याज के रूप में ३ करो़ड रुपए की रकम प्राप्त की। पार्टी ने सदस्यता शुल्क संग्रह के साथ ही चुनाव में पार्टी का टिकट प्राप्त करने के लिए उम्मीदवारों द्वारा दिए गए पैसों से भी कुछ कमाई है।पार्टी ने अपने खर्च का ब्यौरा सौंपते हुए कहा है कि इसने अधिकतम ४५ करो़ड रुपए चुनाव संबंधित कार्यों पर खर्च किया। इसने विज्ञापन और प्रचार पर ३७ करो़ड रुपये खर्च करने की जानकारी दी है। पार्टी ने अपने कार्यकर्ताओं के लिए मफलरों और धोती खरीदने पर १५ लाख रुपए खर्च किए हैं। पार्टी ने रद्द हुए स्थानीय निकाय चुनावों में ४३ लाख रुपए खर्च करने की जानकारी दी है।कुछ इसी प्रकार से राज्य की सत्तारुढ अखिल भारतीय अन्ना द्रवि़ड मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) द्वारा चुनाव आयोग को सौंपे गए आडिट में बताया है कि इसने चुनावी वर्ष में ८७ करो़ड रुपए खर्च किए और इसकी कमाई करीब ४९ करो़ड रुपए हुई और इसलिए अन्नाद्रमुक ने भी आयकर विभाग से रिफंड की मांग की है। पार्टी के जिला मुख्यालयों भूखंडों ओर भवनों के मूल्य के बारे में पार्टी ने कहा है कि इसका हिसाब-किताब पार्टी की जिला मुख्यालय इकाइयों द्वारा रखा जाता है और पार्टी के चेन्नई स्थित मुख्यालयों को इसके बारे में समुचित जानकारी नहीं है। पार्टी के सीए ने बताया है कि चूंकि जिला मुख्यालयों द्वारा इस प्रकार की जानकारी नहीं उपलब्ध करवाने के कारण पार्टी यह विवरण उपलब्ध नहीं करवा रही है। हालांकि पार्टी की ओर से यह आश्वासन दिया गया है कि जिला इकाइयों से इस संबंध में जानकारी प्राप्त होते ही वह आयकर विभाग को इसका ब्यौरा भी उपलब्ध करवा देगी।अन्नाद्रमुक ने बताया है कि वर्ष २०१६ के दौरान इसकी आय मुख्य रुप से स्थानीय निकाय चुनाव के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं औैर कैडरों से दी गई राशि से हुई। अन्नाद्रमुक को आयोग द्वारा रद्द किए गए स्थानीय निकाय चुनावों में ३५ करो़ड रुपए प्राप्त हुए। इस आय में सदस्यता अभियान से हुई कमाई भी शामिल थे। अन्नाद्रमुक ने अधिकतम खर्च विज्ञापन पर किए। इसके द्वारा विज्ञापन पर लगभग ५० करो़ड रुपए की राशि खर्च की। आयोग को सौंंपे गए विवरण में जिस प्रकार द्रमुक ने अपने सभी खर्चों का विवरण सौंपा है अन्नाद्रमुक ने इस प्रकार विस्तृत ढंग से अपना विवरण नहीं सौंपा है। अन्नाद्रमुक ने आयकर विभाग से मामूली रिफंड की मांग की है। राज्य की पट्टालि मक्कल कच्चि (पीएमके)पार्टी ने चुनाव आयोग को बताया है कि इसने वर्ष २०१६ के दौरान विभिन्न स्रोतों से ३ करो़ड रुपए की कमाई की और इसके ६३ लाख रुपए अधिक खर्च किया। इसके द्वारा अधिकतम राशि पार्टी के प्रशासनिक कार्यों पर खर्च की गई है। राज्य में देसीय मूरपोक्कू द्रवि़ड मुनेत्र कषगम (डीएमडीके) ही एकमात्र ऐसी पार्टी है जिसने कमाई की तुलना में कम खर्च किया। इसने चुनाव में १ करो़ड रुपए खर्च किया और ४ करो़ड रुपए से अधिक की कमाई की।

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