टूजी मामले में फैसला आते ही द्रमुक कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर
टूजी मामले में फैसला आते ही द्रमुक कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर
चेन्नई। गुरुवार को नई दिल्ली की एक विशेष अदालत द्वारा टू जी मामले के आरोपियों को बरी किए जाने के बाद राज्य भर के द्रवि़ड मुनेत्र कषगम (द्रमुक) कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर दौ़ड गई। जैसे ही यह फैसला आया द्रमुक नेता चेन्नई स्थित पार्टी मुख्यालय अन्ना अरिवालयम में जुटने लगे। काफी कम समय में हजारों कार्यकर्ता पार्टी मुख्यालय पहुंच गए। कार्यकर्ता खुशी से नाच रहे थे और जमकर पटाखे फो़ड रहे थे तथा एक दूसरे को मिठाई खिलाकर जश्न मना रहे थे। पार्टी के कार्यकर्ताऔं द्वारा जोर-जोर से ‘न्याय की जीत हुई’’ के नारे लगाए जा रहे थे।फैसला आने के बाद द्रमुक के कार्यकारी अध्यक्ष एमके स्टालिन भी पार्टी मुख्यालय पहुंचे। यहां उनके साथ पूर्व विधानसभा अध्यक्ष वीपी दुरैस्वामी एवं पार्टी के अन्य विधायक भी उपस्थित थे। यहां पार्टी मुख्यालय में पार्टी कार्यकर्ताओं के जश्न मंे शरीक होने के बाद पत्रकारों से बातचीत में स्टालिन ने कहा कि द्रमुक को नष्ट करने के उद्देश्य से दायर किए गए एक झूठे मामले में यह एक ऐतिहासिक आदेश है। उन्होंने कहा कि अदालत ने एक ऐतिहासिक आदेश सुनाया है वर्ष २००९ में यह मामला एक पार्टी को अपमानित करने और उसके राजनीतिक इतिहास को नष्ट करने के उद्देश्य से दर्ज कराई गई थी।स्टालिन ने कहा कि यह मामला द्रमुक पर दर्ज कराया गया था और इसके आरोपों को एक अनुपात में इसके सहयोगियों पर थोपने की कोशिश की गई थी। यह वास्तव में एक खुशी की बात है कि इस मामले के सभी आरोपी बरी हो गए हैं। न्यायालय के आदेश में द्रमुक के उस पक्ष को साबित किया है जिसमें पार्टी हमेशा से यह कहती रही है कि हमारी पार्टी ने कोई भी गलत कार्य नहीं किया है। द्रमुक के वरिष्ठ नेता दुरैमुरुगन ने पत्रकारों से कहा कि पार्टी की छवि को धूमिल करने के लिए दर्ज किए गए एक मामले में एक लंबी ल़डाई के बाद हमें न्याय मिला है। द्रमुक प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद टीकेएस इलंगोवन ने कहा कि हम इस बात से खुश है कि न्याय हुआ है और सच्चाई सामने आई है। यह न्याय की जीत है। द्रमुक की सहयोगी पार्टी कांग्रेस और मरुमलरची द्रवि़ड मुनेत्र कषगम (एमडीएमके), विदुतलै चिरुतैगल कच्चि (वीसीके) ने भी इस आदेश पर प्रसन्नता जाहिर की है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष एस तिरुनावुक्कारसार ने कहा कि आखिरकार सच्चाई की जीत हुई और यह पूर्णतया न्याय की जीत है। यह द्रमुक द्वारा आने वाले समय में हासिल की जाने वाली जीतों की दिशा में पहला कदम है। वीसीके के महासचिव थोल थिरुमावलावन ने कहा कि जिन लोगों को इस मामले में आरोपी बनाया गया था उन्हें काफी लंबे समय तक अकथित मानसिक वेदना से गुजरना प़डा। हमारी न्यायिक प्रणाली में ऐसा कोई कानून नहीं है जिससे झूठा मामला दर्ज करवाने वालों को सजा दी जा सके। एमडीएमके के महासचिव वाइको ने गुरुवार को एक बयान जारी कर कहा कि मैं टू-जी मामले में दिल्ली की विशेष अदालत द्वारा सुनाए गए आदेश का तहेदिल से स्वागत करता हूं। अन्नाद्रमुक से दरकिनार किए जा चुके टीटीवी दिनाकरण ने भी इस फैसले पर प्रसन्नता प्रकट की है।