देश में गेहूं का कोई संकट नहीं, घरेलू जरूरत से ज्यादा हो रहा उत्पादन: सरकार
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने संसद में कहा
नई दिल्ली/भाषा। कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने शुक्रवार को संसद में कहा कि देश में गेहूं का कोई संकट नहीं है क्योंकि भारत अपनी घरेलू जरूरत से ज्यादा उत्पादन करता है।
तोमर ने राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के एक सवाल के लिखित जवाब में यह जानकारी दी।तोमर ने कहा, ‘देश में गेहूं का कोई संकट नहीं है, क्योंकि भारत अपनी घरेलू जरूरत से ज्यादा गेहूं का उत्पादन करता है।’
उन्होंने कहा कि तीसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार वर्ष 2021-22 के दौरान गेहूं का उत्पादन 10.64 करोड़ टन होने का अनुमान लगाया गया है जो पिछले पांच वर्षों (वर्ष 2016-17 से 2020-21) के दौरान गेहूं के औसत उत्पादन अर्थात 10.38 करोड़ टन से अधिक है।
तोमर ने कहा कि देश की समग्र खाद्य सुरक्षा का प्रबंधन करने और पड़ोसी एवं कमजोर देशों की जरूरतों में सहायता करने के लिए केंद्र सरकार ने गेहूं की निर्यात नीति में संशोधन किया है।
गेहूं के निर्यात पर रोक के संदर्भ में उन्होंने कहा कि इससे किसानों की आय पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ा है क्योंकि गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध के बावजूद उन्हें अच्छा लाभकारी मूल्य मिल रहा है। उन्होंने कहा कि गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध के बाद भी इसकी घरेलू कीमतें एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) से ऊपर चल रही हैं।