पश्चिम बंगाल: रेलवे की इमारत में भीषण आग से 9 लोगों की मौत
पश्चिम बंगाल: रेलवे की इमारत में भीषण आग से 9 लोगों की मौत
कोलकाता/भाषा। शहर के स्ट्रेंड रोड पर स्थित बहुमंजिला न्यू कोयलाघाट इमारत में सोमवार शाम भीषण आग लगने से कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई है। इस इमारत में पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी रेलवे के जोनल कार्यालय हैं। अग्नि शमन एवं आपात सेवा मंत्री सुजीत बसु ने बताया कि मृतकों में चार दमकल कर्मी हैं, एक सहायक पुलिस उपनिरीक्षक है और एक आरपीएफ का कर्मी है। उन्होंने कहा कि सातवें मृतक की पहचान अभी नहीं हुई है।
बसु ने कहा कि आग पर अब नियंत्रण कर लिया गया है और उक्त स्थान को ठंडा करने की प्रक्रिया चल रही है। घटनास्थल पर पहुंचीं मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि राज्य सरकार इस घटना के प्रत्येक मृतक के परिजनों को 10-10 लाख रुपए का मुआवजा और प्रत्येक मृतक के एक निकट परिजन को सरकारी नौकरी देगी।आग शाम करीब छह बजकर 10 मिनट पर इमारत की 13वीं मंजिल पर लगी। इमारत के भूतल पर कंप्यूटरकृत टिकट बुकिंग केंद्र भी है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इस घटना में जान गंवाने वाले लोगों के प्रति दुख प्रकट करते हुए कहा कि इस त्रासदी से उन्हें जो पीड़ा हुई है, उसे शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता।
कोविंद ने ट्वीट किया, ‘कोलकाता में एक इमारत में लगी आग की घटना से जो पीड़ा हुई उसे शब्दों में व्यक्त नहीं कर सकता। मृतकों के दुखी परिजन के प्रति गहरी संवदेना। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर शोक जताया और मृतकों के परिजन एवं घायलों के लिए अनुग्रह राशि जारी किए जाने को मंजूरी दी।
मोदी ने ट्वीट किया, ‘कोलकाता में आग की घटना से हुए जान एवं माल के नुकसान से दुखी हूं। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोकाकुल परिवारों के साथ हैं। मैं घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने ट्वीट कर यह जानकारी भी दी कि प्रधानमंत्री ने इस घटना के मद्देनजर अनुग्रह-राशि की भी मंजूरी दी है।
पीएमओ ने ट्वीट किया, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोलकाता में आग लगने की दुखद घटना के कारण जान गंवाने वाले लोगों के परिजन के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो-दो लाख रुपए की अनुग्रह-राशि की मंजूरी दी है। गंभीर रूप से घायल लोगों को 50,000-50,000 रुपए दिए जाएंगे।’ रेल मंत्री पीयूष गोयल ने आग लगने का कारणों का पता लगाने के लिए उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है।