आपरेशन ब्लू स्टार के बाद विद्रोह कर सेना से भागने वाले सिख सैनिकों को पूर्व सैनिक माना जाए : बादल

आपरेशन ब्लू स्टार के बाद विद्रोह कर सेना से भागने वाले सिख सैनिकों को पूर्व सैनिक माना जाए : बादल

नई दिल्ली/भाषा। शिरोमणि अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया कि आपरेशन ब्लू स्टार के बाद विद्रोह कर सेना से भागने वाले सिखों को सभी आरोपों से बरी किया जाए और उनके साथ पूर्व-सैनिक की तरह व्यवहार कर उनके सभी लाभ बहाल किया जाए। प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में सुखबीर ने यह भी कहा कि 1984 के सिख विरोधी दंगों के मामले में पीड़ितों को अब तक न्याय नहीं मिला है।
उन्होंने कहा, सिख समुदाय के साथ हुए अन्याय की गाथा आपके संज्ञान में लाने के लिए मैं आपको पत्र लिख रहा हूं…दोषी अब भी पकड़े नहीं गए हैं और पीड़ित परिवार न्याय के लिए सिसक रहे हैं। न्याय अब भी बहूत दूर है। उल्लेखनीय है कि सेना ने वर्ष 1984 में अमृतसर के स्वर्ण मंदिर को उग्रवादियों के कब्जे से मुक्त कराने के लिए आपरेशन ब्लू स्टार को अंजाम दिया था। बादल ने कहा कि सैन्य अभियान के बाद 309 सिख सैनिकों ने सदमे की स्थिति में अपना बैरक छोड़ दिया था। बाद में, विद्रोह कर सेना से भागने के कारण उनका कोर्ट मार्शल किया गया और उनको सजा दी गई।
उन्होंने लिखा है, भारत सरकार गुरू नानक देव का 550 वां प्रकाश पर्व मना रही है और मैं आपसे अपील करता हूं कि इन सैन्य अधिकारियों ने सदमे की स्थिति में सेना छोड़ी थी और तत्कालीन सत्तारूढ़ दल ने जो अपराध किया था वह ज्यादा गंभीर और अक्षम्य है। उन्होंने कहा, इसलिए मैं अपील करता हूं कि 550वें प्रकाश पर्व के मौके पर भारत सरकार को उन्हें सभी आरोपों से बरी किया जाना चाहिए और उन्हें पूर्व-सैनिक के तौर पर माना जाए पूर्व-सैनिकों का उनका सभी लाभ बहाल किया जाए।

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