पाकिस्तान का संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर मुद्दा उठाना मियां की दौड़ मस्जिद तक जैसा : अकबरूद्दीन
पाकिस्तान का संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर मुद्दा उठाना मियां की दौड़ मस्जिद तक जैसा : अकबरूद्दीन
संयुक्त राष्ट्र। भारत के एक शीर्ष राजनयिक ने पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर मुद्दा उठाने का उसका फैसला, जिसपर वहां दशकों से चर्चा नहीं हुई है, मियां की दौ़ड मस्जिद तक जैसा है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरूद्दीन ने कहा कि दूसरी तरफ भारत का ध्यान संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र के दौरान प्रगतिशील, अग्रोन्मुखी एजेंडे पर है। अकबरूद्दीन ने संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान की कश्मीर मुद्दा उठाने की योजना से जु़डी खबरों को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा, मैंने हमारे रुख में यह बात रेखांकित की है जोकि प्रगतिशील, आगे की तरफ देखने से जु़डी है। हम अपने लक्ष्यों को लेकर दूरदर्शी हैं। अगर दूसरी तरफ ऐसे दूसरे देश हैं जो आपके अनुसार, गुजरे कल के मुद्दों पर ध्यान देते हैं तो वे गुजरे कल में जीने वाले लोग हैं। पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी इस हफ्ते संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करेंगे। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज २३ सितंबर को महासभा को संबोधित करेंगी। अकबरूद्दीन ने उर्दू के एक लोकप्रिय मुहावरे का जिक्र करते हुए कहा, अगर वे (पाकिस्तान) ऐसे मुद्दे पर ध्यान देते हैं जो संयुक्त राष्ट्र में दशकों से चर्चा की मेज से दूर रहा है, सालों से नहीं बल्कि दशकों से। अगर वे इसी पर ध्यान देना चाहते हैं, तो ठीक है। उनके लिए यह मियां की दौ़ड मस्जिद तक जैसा है। इससे एक दिन पहले पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा था कि अब्बासी संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर मुद्दा उठाएंगे।संयुक्त राष्ट्र द्वारा मसूद अजहर को जल्दी ही आतंकी घोषित किए जाने की उम्मीद जताते हुए अकबरूद्दीन ने कहा है कि जब तक पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के इस नेता को न्याय के कटघरे में नहीं लाया जाता, तब तक भारत चैन से नहीं बैठेगा। भारत ने अजहर की पहचान दो जनवरी २०१६ को पठानकोट में हुए आतंकी हमले के मास्टर माइंड के रूप में की थी।