भाजपा ने कर्नाटक में किसान आंदोलन को लेकर राहुल गांधी की 'चुप्पी' पर सवाल उठाए
पूछा- 'कर्नाटक के किसानों के लिए किसान न्याय कहां है?'
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बेंगलूरु/दक्षिण भारत। कर्नाटक में विपक्षी भाजपा ने बुधवार को गन्ना किसानों के आंदोलन पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी की चुप्पी पर सवाल उठाए। उसने सरकार से किसानों की उपज का मूल्य 3,500 रुपए प्रति टन तय करने की मांग की है।
विपक्ष के नेता आर अशोक ने राहुल गांधी से पूछा, 'कर्नाटक के किसानों के लिए किसान न्याय कहां है?' उन्होंने राज्य की कांग्रेस सरकार पर 'किसान विरोधी' होने का आरोप लगाया।बता दें कि विभिन्न किसान संगठनों, विपक्षी भाजपा, छात्रों और अन्य लोगों ने किसानों के विरोध प्रदर्शन का समर्थन किया है, जो बेलगावी, बागलकोट, हावेरी जैसे उत्तरी कर्नाटक के कई जिलों में फैल गया है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विजयेंद्र येडीयुरप्पा, जो मंगलवार को बेलगावी में प्रदर्शनकारी किसानों के साथ शामिल हुए थे, ने रातभर चले आंदोलन में हिस्सा लिया। किसान नेताओं ने विजयेंद्र को बधाई दी, जिनका बुधवार को जन्मदिन है।
अशोक ने पूछा, 'अगर राहुल गांधी का दिल सचमुच किसानों के लिए धड़कता है, तो वे इस समय चुप क्यों हैं जब कर्नाटक के गन्ना किसानों को लगातार छह दिनों तक राजमार्ग अवरुद्ध करने के लिए मजबूर होना पड़ा?'
उन्होंने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, 'करीब 26 चीनी मिलें बंद हो गईं। सड़कें और राजमार्ग अवरुद्ध हो गए। बाजार, स्कूल और व्यवसाय बंद हो गए। किसान सरकार से बातचीत की गुहार लगा रहे हैं। लेकिन कांग्रेस आलाकमान बिहार में चुनाव प्रचार में व्यस्त है।'
अशोक ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री सिद्दरामय्या और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार कुर्सी बचाने और उसे हासिल करने में व्यस्त हैं। उन्होंने कहा कि भ्रमित मंत्री और विधायक यह नहीं जानते कि किस गुट को खुश करना है और वे किसानों की पीड़ा के प्रति अंधे और बहरे हो गए हैं।'
उन्होंने सवाल किया, 'तो क्या राहुल गांधी का तथाकथित किसान न्याय चुनावी घोषणापत्रों तक ही सीमित है? क्या यह अन्य राज्यों में राजनीतिक रैलियों तक सीमित है? क्या यह केवल टीवी पर प्रसारित होने वाले कार्यक्रमों तक सीमित है, जब कैमरे चल रहे हों?'
राहुल गांधी से कम से कम अपनी ही पार्टी की सरकार वाले राज्य के किसानों से बात करने का शिष्टाचार दिखाने की अपील करते हुए विपक्षी नेता ने कहा, 'सच्चाई कड़वी होती है। कांग्रेस का किसान न्याय, किसान वंचना बन गया है।'
उन्होंने आगे कहा, 'इस किसान-विरोधी कांग्रेस सरकार पर शर्म आनी चाहिए।'


