द्रमुक सार्वजनिक जीवन को बाधित करने वाला आंदोलन नहीं है: स्टालिन
भव्य कार्यक्रम 17 सितंबर को शाम 5 बजे शुरू होगा
Photo: @mkstalin X account
चेन्नई/दक्षिण भारत। द्रमुक अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने शनिवार को कहा कि द्रविड़ मुनेत्र कझगम ऐसा आंदोलन नहीं था जिसने बड़ी सभा के शोरगुल के माध्यम से सार्वजनिक शांति को भंग किया, बल्कि यह एक ऐसा आंदोलन था जिसने राज्य की विशिष्ट पहचान को संरक्षित किया और आधुनिक तमिलनाडु का निर्माण किया।
अभिनेता-राजनेता विजय के तिरुचिरापल्ली से राज्यव्यापी पहले दौरे पर परोक्ष हमला करते हुए स्टालिन ने कहा कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ता अनुशासित और समर्पित हैं, जो हमेशा रचनात्मक गतिविधियों में रुचि दिखाते हैं।विजय के दौरे में अभिनेता के प्रशंसक उनका स्वागत करने के लिए उमड़ पड़े और कुछ स्थानों पर अपने नेता के करीब पहुंचने के लिए बीच के रास्ते को तोड़ दिया।
स्टालिन ने पार्टी कार्यकर्ताओं को लिखे एक पत्र में कहा, 'द्रमुक ऐसा आंदोलन नहीं है जो सिद्धांतहीन भीड़ इकट्ठी करता है और जनता को परेशान करता है। द्रमुक ऐसा आंदोलन नहीं है जो चिल्लाता है, शोर मचाता है और सार्वजनिक जीवन को बाधित करता है। जब हम इकट्ठे होते हैं, तो हम एक अनुशासित बटालियन के रूप में इकट्ठे होते हैं; और बैठक के बाद, हम एक मिशन के साथ सैनिकों की तरह चले जाते हैं।'
उन्होंने अपनी पार्टी के सदस्यों से आग्रह किया कि वे 17 सितंबर को करूर में आयोजित होने वाले द्रमुक के वार्षिक मुप्पेरुम विझा कार्यक्रम में जरूर शामिल हों। यह कार्यक्रम तर्कवादी नेता 'पेरियार' ईवी रामासामी और पूर्व मुख्यमंत्री सीएन अन्नादुरई की जयंती और डीएमके के स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ये समारोह पार्टी कार्यकर्ताओं को प्रेरित करते हैं और उनमें से एक होने के नाते, उन्हें इस विरासत को आगे बढ़ाने पर गर्व है। इसलिए 75 साल के लंबे इतिहास और मज़बूती से आगे बढ़ रही द्रमुक को कोई भी पुराना या नया राजनीतिक विरोधी नुकसान नहीं पहुंचा सकता। उन्होंने कहा कि द्रमुक नामक यह 'गढ़' अपने सिद्धांतों में मज़बूती से स्थापित है।
उन्होंने बताया कि यह भव्य कार्यक्रम 17 सितंबर को शाम 5 बजे शुरू होगा और इसकी अध्यक्षता पार्टी महासचिव दुरईमुरुगन करेंगे। पार्टी कोषाध्यक्ष और लोकसभा सांसद टीआर बालू, प्रमुख सचिव और मंत्री केएन नेहरू और अन्य लोग इसमें भाग लेंगे।


