नेपाल में बवाल: काठमांडू में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगाया गया
प्रदर्शनकारियों ने टायर जलाए
Photo: UMLprezKPSharmaOli FB Page
काठमांडू/दक्षिण भारत। नेपाल की राजधानी काठमांडू में अधिकारियों ने मंगलवार को अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा दिया। पूर्व में लगाए गए आदेश को हटाने के कुछ ही घंटों बाद प्रतिबंध फिर से लागू कर दिए गए।
काठमांडू जिला प्रशासन कार्यालय ने पूरे राजधानी शहर में सुबह 8.30 बजे से अगली सूचना तक कर्फ्यू के आदेश जारी किए।यह फैसला सोमवार को सोशल मीडिया पर प्रतिबंध को लेकर सुरक्षा बलों और युवा समूहों के बीच हुई झड़पों के बाद स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए लिया गया था। झड़पों में 19 लोग मारे गए थे और 300 से ज़्यादा घायल हुए थे। पिछला कर्फ्यू सुबह 5 बजे समाप्त हो गया था।
काठमांडू के मुख्य जिला अधिकारी छबीलाल रिजाल द्वारा जारी नोटिस में कहा गया है, 'कर्फ्यू के दौरान लोगों की आवाजाही, किसी भी प्रकार के जमावड़े, प्रदर्शन, धरना, बैठक और धरने की अनुमति नहीं होगी।'
नोटिस में कहा गया है, 'हालांकि, एंबुलेंस, दमकल, स्वास्थ्य कर्मियों, पर्यटकों, मीडिया कर्मियों और हवाई यात्रियों को ले जाने वाले वाहनों सहित आपातकालीन सेवाओं को सुरक्षा कर्मियों के समन्वय में संचालित करने की अनुमति होगी।'
निकटवर्ती भक्तपुर जिले के प्रशासन ने भी राधे-राधे चौक, सल्लाघारी, दुवाकोट और चांगु नारायण मंदिर सहित कई इलाकों में सुबह 8.30 बजे से अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा दिया।
प्रशासन ने काठमांडू से सटे ललितपुर महानगर के कुछ हिस्सों में भी प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किए हैं।
कर्फ्यू के आदेशों के बावजूद, मंगलवार सुबह क्षेत्र के कई हिस्सों में छात्रों के नेतृत्व में सरकार विरोधी प्रदर्शन शुरू हो गए। काठमांडू के कलंकी और बानेश्वर के साथ-साथ ललितपुर जिले के चापागांव-थेचो इलाके से भी प्रदर्शन की खबरें आईं।
प्रदर्शनकारियों, जिनमें अधिकतर छात्र थे, ने प्रतिबंधों की अवहेलना करते हुए 'छात्रों की हत्या मत करो' जैसे नारे लगाए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कलंकी में प्रदर्शनकारियों ने सुबह से ही सड़कों को अवरुद्ध करने के लिए टायर जलाने शुरू कर दिए थे।
कर्फ्यू लागू होने से लोगों में घबराहट के साथ खरीदारी शुरू हो गई, लोग ज़रूरी सामान खरीदने के लिए किराने की दुकानों और दवा की दुकानों की ओर दौड़ पड़े। सार्वजनिक परिवहन ठप हो गया है और शैक्षणिक संस्थान बंद हैं।
सोमवार देर रात हुए घटनाक्रम में सरकार ने जनता के गुस्से को कम करने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्मों तक पहुंच बहाल करने की घोषणा की।


