कर्नाटक: गणेश चतुर्थी पर मंदिरों में उमड़े श्रद्धालु, गणपति बप्पा के लगे जयकारे
कई आवासीय क्षेत्रों और सार्वजनिक स्थानों पर भी प्रतिमाओं की स्थापना की गई
पर्याप्त सुरक्षा उपाय किए गए हैं
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। गणेश चतुर्थी का त्योहार पूरे कर्नाटक में धार्मिक उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। बुधवार को भगवान गणेश की पूजा करने के लिए मंदिरों और सामुदायिक पंडालों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी।
बेंगलूरु के डोड्डा गणपति मंदिर सहित प्रमुख मंदिरों के बाहर लंबी कतारें देखी गईं, जहां लोगों ने भगवान गणेश को फूल, नारियल और मिठाइयां अर्पित कीं। पुलिस ने समारोह के सुचारु संचालन को सुनिश्चित करने के लिए शहरभर में व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की थी।कई आवासीय क्षेत्रों और सार्वजनिक स्थानों पर भी गणेश प्रतिमाओं की स्थापना की गई तथा उत्सव के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम और सामुदायिक भोज की योजना बनाई गई।
बेंगलूरु पुलिस आयुक्त सीमांत कुमार सिंह के अनुसार, शहर में गणेश चतुर्थी समारोह के लिए सभी पर्याप्त सुरक्षा उपाय किए गए हैं। प्रमुख स्थानों पर अतिरिक्त सीसीटीवी भी लगाए गए हैं, जिन्हें जुलूस मार्गों के साथ जोड़कर कमांड सेंटर से जोड़ा गया है।
उन्होंने कहा कि कमांड सेंटर में पुलिस अधिकारी जुलूसों के सुचारु संचालन को सुनिश्चित करने के लिए गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखेंगे। शहर के पुलिस कर्मियों की अतिरिक्त सहायता के लिए रैपिड एक्शन फोर्स की दो कंपनियां भी तैनात की गई हैं।
कई भक्तों को प्लास्टर ऑफ पेरिस (पीओपी) की मूर्तियों के बजाय पर्यावरण के अनुकूल, रंगहीन मिट्टी की गणेश मूर्तियों को पसंद करते देखा गया।
गणेश चतुर्थी से पहले, कर्नाटक के मंत्री ईश्वर खंड्रे ने स्थानीय निकायों को प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनी गौरी और गणेश मूर्तियों के निर्माण और बिक्री पर प्रतिबंध को सख्ती से लागू करने का निर्देश दिया था।
चूंकि जयनगर में ऐतिहासिक येदियुर झील में गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए बड़ी संख्या में जनता और श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है और कनकपुरा मुख्य सड़क पर यातायात की भीड़भाड़ की संभावना है, इसलिए पुलिस ने आयोजन स्थल और उसके आसपास यातायात के सुचारु प्रवाह को सुनिश्चित करने के लिए उपयुक्त यातायात व्यवस्था की है।


