सुधरने का सभी को मौका मिलना चाहिए: साध्वी इन्दुप्रभा
'पापी से पापी व्यक्ति में भी मुक्ति पाने की योग्यता होती है'
'किसी छूट का हमें दुरुपयोग नहीं करना चाहिए'
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। शहर के श्वेतांबर स्थानकवासी जैन श्रावक संघ, अलसूर के तत्वावधान में महावीर भवन में आयोजित पर्युषण पर्व के अवसर पर साध्वी इंदुप्रभा जी ने कहा कि सुधरने का सभी को मौका मिलना चाहिए। पापी से पापी व्यक्ति में भी मुक्ति पाने की योग्यता होती है। जब तक हम संसार में हैं, तब तक कोई न कोई पाप सभी से होता है। किसी छूट का हमें दुरुपयोग नहीं करना चाहिए और अन्याय हो तो सशक्त प्रतिकार भी करना चाहिए।
अंतगड दशा सूत्र का विवेचन करते हुए उन्होंने कहा कि अर्जुन माली एक हत्यारा था। सुदर्शन श्रावक सहयोग मिलने पर भगवान महावीर से मिलना हुआ और जीवन में ऐसा परिवर्तन आया कि उसी भव में मुक्ति हो गई।विवेक विषय पर प्रवचन करते हुए साध्वी वृद्धिप्रभा जी ने कहा कि विवेक जीवन शैली का सूत्र होना चाहिए। धर्म स्थान पर आते वक्त वस्त्र मर्यादा अति आवश्यक है। धर्म स्थान में हमारा प्रवेश भी ऐसा हो कि किसी को बाधा नहीं हो। हम वहां पर दोष देखने नहीं बल्कि कुछ सीखने जाएं। हमारा खाना, बोलना, सोना, उठना, चलना भी विवेक पूर्ण होना चाहिए। अपने घर में भी प्रत्येक कार्य में विवेक रखें। कई बार अविवेक से आकस्मिक दुर्घटना हो जाती है।
जेपीपी महिला फाउंडेशन एवं नवकार बहु मंडल ने आगम अपनी विरासत विषय पर अपनी प्रस्तुति दी। साध्वी श्री निपुणप्रभा जी ने आगम वाचन किया। रिद्धिप्रभा जी ने गीत प्रस्तुत किया। प्रवचन सभा में 45 तपस्वियों ने तप प्रत्याख्यान लिए। अध्यक्ष धनपत राज बोहरा ने अतिथियों का स्वागत किया। सभा का संचालन मंत्री अभय कुमार बांठिया ने किया।


