पाक: ग्वादर पोर्ट अथॉरिटी कॉम्प्लेक्स पर मजीद ब्रिगेड ने बोला धावा, 7 हमलावरों की मौत
हमले में कई विस्फोटों की भी सूचना है
प्रतीकात्मक चित्र, फेसबुक पेज से
क्वेटा/दक्षिण भारत। पाकिस्तान में ग्वादर पोर्ट अथॉरिटी कॉम्प्लेक्स में जबरन घुसने और गोलीबारी करने के बाद बुधवार को सात सशस्त्र हमलावरों की पुलिस व सुरक्षा बलों की कार्रवाई में मौत हो गई।
मकरान के आयुक्त सईद अहमद उमरानी ने मीडिया को बताया कि हमले में कई विस्फोटों की भी सूचना है। उन्होंने कहा कि अपराधियों के खिलाफ अभियान अभी भी जारी है।ग्वादर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ज़ोहैब मोहसिन ने शुरुआत में हमलावरों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की स्थिति के बारे में बताया कि आठ सशस्त्र हमलावरों को पुलिस और सुरक्षा बलों ने मार गिराया है। बाद में उन्होंने बताया कि सात हमलावर मारे गए हैं।
उमरानी ने पहले बताया कि जब भीषण गोलीबारी चल रही थी, तब पुलिस और सुरक्षा बलों की एक टुकड़ी घटनास्थल पर पहुंच गई थी।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा और संरक्षा विभाग के एक बयान में कहा गया है कि परिसर पर हमले के दौरान कई विस्फोटों के बाद लगातार गोलीबारी की सूचना मिली थी। इस जगह कई सरकारी और अर्धसैनिक कार्यालय हैं।
बयान में कहा गया है कि ग्वादर स्थित तीन संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों और मिशन पर तैनात दो संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों के सात कर्मी सुरक्षित हैं। प्रतिबंधित बलोचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) की मजीद ब्रिगेड ने हमले की जिम्मेदारी ली है।
मजीद ब्रिगेड का गठन साल 2011 में हुआ था। यह बीएलए का एक विशेष घातक गुरिल्ला सेल है। इसका नाम पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो के एक गार्ड के नाम पर रखा गया है, जो पीपीपी संस्थापक की हत्या के प्रयास के दौरान मारा गया था। इस संगठन की अफगानिस्तान में भी मौजूदगी है। यह संगठन पाक-ईरान सीमा से लगे इलाकों में भी मौजूदगी बनाए रखता है।
बीएलए का यह आत्मघाती दस्ता पाकिस्तान में सुरक्षा बलों और चीनी हितों से संबंधित इलाकों / लोगों को निशाना बनाता है। इसने कराची विश्वविद्यालय के कन्फ्यूशियस संस्थान के बाहर अप्रैल 2022 में हुए आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी ली थी।