अबू धाबी के बीएपीएस हिंदू मंदिर में उमड़े श्रद्धालु

पहले रविवार को 65,000 से ज्यादा ने किए दर्शन

अबू धाबी के बीएपीएस हिंदू मंदिर में उमड़े श्रद्धालु

भगवान के दर्शन के लिए कतारों में खड़े श्रद्धालु

अबू धाबी/दक्षिण भारत। संयुक्त अरब अमीरात के अबू धाबी में बीएपीएस हिंदू मंदिर के उद्घाटन के बाद, पहले रविवार को 65,000 से ज्यादा श्रद्धालुओं ने भगवान के दर्शन किए। इस दौरान सुबह 40,000 से ज्यादा और शाम को 25,000 से ज्यादा श्रद्धालु आए।

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भारी भीड़ के बावजूद, 2,000 के बैचों में श्रद्धालु धैर्यपूर्वक कतारबद्ध हुए और व्यवस्थित रूप से आगे बढ़ते गए। श्रद्धालुओं ने भगवान का आशीर्वाद प्राप्त कर स्वयं को धन्य महसूस किया।

अबू धाबी के सुमंत राय ने कहा, 'हजारों लोगों के बीच मैंने ऐसा अद्भुत क्रम कभी नहीं देखा। मुझे चिंता थी कि घंटों इंतजार करना पड़ेगा और शांति से दर्शन नहीं कर पाऊंगा, लेकिन अद्भुत ढंग से दर्शन हुए। सभी बीएपीएस स्वयंसेवकों और मंदिर सेवादारों को धन्यवाद।'

सेवादारों ने किया सहयोग

लंदन की प्रवीणा शाह ने बीएपीएस हिंदू मंदिर की अपनी पहली यात्रा का अनुभव बताते हुए कहा, 'मैं दिव्यांग हूं और हजारों आगंतुकों के बावजूद सेवादारों द्वारा दी गई देखभाल उल्लेखनीय थी। मैं लोगों की भीड़ को शांतिपूर्वक एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र में ले जाते हुए देख सकती थी।'

शांतिपूर्वक दर्शन का आनंद

केरल के बालचंद्र ने बताया, 'मैंने सोचा था कि लोगों की भीड़ में खो जाऊंगा, लेकिन इस बात से आश्चर्यचकित था कि यात्रा का प्रबंधन कितनी अच्छी तरह से किया गया था! मैं शांतिपूर्वक दर्शन का आनंद ले सका।' 

दुबई में 40 वर्षों से रह रहे नेहा और पंकज ने कहा, 'हम इस पल का इंतजार कर रहे थे। मंदिर हमारी सभी उम्मीदों से बढ़कर है! यह एक सच्चा चमत्कार है। हम धन्य महसूस करते हैं, क्योंकि अब हमारे पास यहां आकर प्रार्थना करने और आध्यात्मिकता को महसूस करने के लिए एक जगह है।'

सांस्कृतिक विरासत की सराहना

अमेरिका के पोर्टलैंड निवासी पीयूष ने कहा, 'इस मंदिर का उद्घाटन विविधता और समावेशन के प्रति यूएई की प्रतिबद्धता का एक प्रमाण है। यह विभिन्न समुदायों के बीच एकता का सुंदर प्रतिनिधित्व है।'

मेक्सिको के लुइस ने कहा, 'मंदिर की वास्तुकला अद्भुत है। मैं भारत की सांस्कृतिक विरासत की सराहना करता हूं। लोगों को यहां आकर इसे देखना चाहिए।'

आध्यात्मिकता और सद्भाव

मंदिर के ब्रह्मविहारीदास स्वामी ने कहा, 'हम नई बस सेवाओं और इस दिन को वास्तविकता बनाने में सर्वांगीण सहयोग के लिए संयुक्त अरब अमीरात के नेताओं और स्थानीय अधिकारियों के प्रति बहुत आभारी हैं। हम उन श्रद्धालुओं को भी धन्यवाद देना चाहते हैं, जिन्होंने अपनी यात्रा के दौरान इतना धैर्य दिखाया। यह मंदिर आध्यात्मिकता के प्रतीक और सद्भाव के केंद्र के रूप में काम करेगा। यह सभी तरह की पृष्ठभूमि और विश्वासों के लोगों को एकसाथ लाएगा।'

अबू धाबी में बीएपीएस हिंदू मंदिर आध्यात्मिक और सांस्कृतिक एकता को बढ़ावा देने के साथ ही विविधता और समावेशन के लिए संयुक्त अरब अमीरात के दूरदर्शी दृष्टिकोण का भी प्रमाण है।

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