हमारे आराध्य के दर्शन टेंट में करने की दशकों पुरानी पीड़ा अब दूर होने जा रही हैः मोदी
प्रधानमंत्री ने शुक्रवार महाराष्ट्र के सोलापुर में विभिन्न विकास परियोजनाओं की शुरुआत की
'हमारी सरकार पहले दिन से प्रयास कर रही है कि श्रीराम के आदर्शों पर चलते हुए देश में सुशासन हो'
सोलापुर/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को महाराष्ट्र के सोलापुर में विभिन्न विकास परियोजनाओं की शुरुआत की। इस अवसर पर उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि यह समय हम सभी के लिए भक्तिभाव से भरा हुआ है। 22 जनवरी को वह ऐतिहासिक क्षण आने वाला है, जब हमारे भगवान श्रीराम अपने भव्य मंदिर में विराजने जा रहे हैं। हमारे आराध्य के दर्शन टेंट में करने की दशकों पुरानी पीड़ा अब दूर होने जा रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा से पहले कुछ संतों के मार्गदर्शन में, मैं अपने यम-नियमों में व्यस्त हूं और उनका कठोरता से पालन कर रहा हूं। यह भी संयोग है कि मेरे अनुष्ठान की शुरुआत महाराष्ट्र के नासिक से पंचवटी की भूमि से हुई।प्रधानमंत्री ने कहा कि मुझे खुशी है कि सोलापुर के हजारों गरीबों और मजदूर साथियों के लिए हमने जो संकल्प लिया था, वह आज पूरा हो रहा है। आज पीएम आवास योजना के तहत बनी देश की सबसे बड़ी सोसाइटी का लोकार्पण हुआ है। मैं आज देखकर आया और मैंने सोचा काश ... मुझे भी बचपन में ऐसे घर में रहने का मौका मिला होता।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार पहले दिन से प्रयास कर रही है कि श्रीराम के आदर्शों पर चलते हुए देश में सुशासन हो, देश में ईमानदारी का राज हो। यह रामराज्य ही है, जिसने सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास की प्रेरणा दी है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि साल 2014 में सरकार बनते ही मैंने कहा था, मेरी सरकार गरीबों के लिए समर्पित सरकार है। इसलिए हमने एक के बाद एक ऐसी योजनाएं लागू कीं, जिनसे गरीबों की मुश्किलें कम हों और उनका जीवन आसान बने।
प्रधानमंत्री ने कहा कि दो प्रकार के विचार रहते हैं- एक राजनीतिक उल्लू सीधा करने के लिए लोगों को भड़काते रहो। हमारा मार्ग है- आत्मनिर्भर श्रमिक, गरीबों का कल्याण। हमारे देश में लंबे समय तक गरीबी हटाओ के नारे लगते रहे, लेकिन गरीबी नहीं हटी। गरीबों के नाम पर योजनाएं तो बनाई जाती थीं, लेकिन उनका लाभ गरीबों को नहीं मिलता था। उनके हक का पैसा बिचौलिए लूट जाते थे। पहले की सरकारों की नीति, नीयत और निष्ठा कठघरे में थीं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि विश्वकर्मा साथियों का जीवन बदलने के लिए हमने पीएम विश्वकर्मा योजना बनाई है। इस योजना के तहत इन साथियों को ट्रेनिंग दी जा रही है, आधुनिक उपकरण दिए जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि विकसित भारत के निर्माण के लिए आत्मनिर्भर भारत बनाना जरूरी है, और आत्मनिर्भर भारत बनाने में हमारे छोटे, लघु और कुटीर उद्योगों की बहुत बड़ी भागीदारी है। इसलिए केंद्र सरकार एमएसएमई, छोटे उद्योगों को लगातार बढ़ावा दे रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र में हमारी सरकार के तीसरे कार्यकाल में भारत, दुनिया की टॉप तीन अर्थव्यवस्था में शामिल होने वाला है। मैंने देशवासियों को गारंटी दी है कि आने वाले मेरे टर्म में, मैं भारत को दुनिया के पहले तीन देशों में लाकर खड़ा करूंगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जिन्हे कभी किसी ने पूछा नहीं, उन्हे मोदी ने पूजा है! जिन्हे कभी किसी ने पूछा नहीं, उन्हे मोदी ने पूछा है!