चेन्नई: जंबो सर्कस के शो में कलाबाजियां और रूसी बैले होंगे खास आकर्षण
सर्कस में तंजानियाई और इथियोपियाई कलाकार भी अद्भुत कला का प्रदर्शन करेंगे

रूसी बैले संगीत इस आयोजन में चार चांद लगा देता है
चेन्नई/दक्षिण भारत। चेन्नई में गोवर्धनगिरि के पूनमल्ली आवडी हाई रोड स्थित ब्रियो प्लाजा ग्राउंड में जंबो सर्कस के विशेष शो का इंतजार पूरा हुआ। आयोजकों ने बताया कि 17 जनवरी को सुबह 10 बजे इसका शानदार आगाज होगा। रोज़ाना तीन शो होंगे। इनका समय दोपहर 1 बजे, शाम 4 बजे और शाम 7 बजे है। ये शो 28 जनवरी तक जारी रहेंगे।
टिकट की कीमत 150 रु., 250 रु. और 350 रु. है। एडवांस बुकिंग 350 रु. में करवाई जा सकती है। सर्कस में तंजानियाई और इथियोपियाई कलाकार भी अद्भुत कला का प्रदर्शन करेंगे।आयोजकों ने बताया कि 2 अक्टूबर, 1977 को बिहार के धानापुर शहर में भारतीय सर्कस के जीवित किंवदंती एमवी शंकरन के उद्यमशील नेतृत्व में जंबो सर्कस का पहला प्रदर्शन हुआ था। देश के प्रतिष्ठित नेता इंदिरा गांधी, ईएमएस नंबूदिरीपाद, ज्योति बसु, एनटी रामाराव और ईके नयनार उन लोगों में से थे, जिन्होंने लंबे समय तक यह शो देखा था।
जंबो सर्कस ने भारतीय सर्कस में विश्व स्तरीय रूसी कलाकारों की शुरुआत की और भारत-सोवियत सांस्कृतिक आदान-प्रदान के नए युग का आगाज किया था। जंबो हमेशा अपने नाम के अनुरूप रहा है, क्योंकि यह भारत में 'सबसे बड़ी' सर्कस मंडली है।
इस सर्कस में सीढ़ी संतुलन, साइकिल चालन, रोलर संतुलन समेत कई कलाबाज़ियाँ दिखाई जाती हैं। इसके अलावा रूसी रस्सी संतुलन कलाबाजी प्रमुख आकर्षण है। रूसी बैले संगीत इस आयोजन में चार चांद लगा देता है।