कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भाजपा अपने काम के बल पर करेगी सत्ता में वापसी: येडियुरप्पा
येडियुरप्पा ने दावा किया कि भाजपा में भ्रम की कोई स्थिति नहीं है और पार्टी एकजुट है
उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं से केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं को घर-घर पहुंचाने का आह्वान किया
बेंगलूरु/भाषा। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता बीएस येडियुरप्पा ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव के 10-12 अप्रैल से पहले होने की शनिवार को संभावना जताई और दावा किया कि राज्य और केंद्र सरकार के कार्यों की बदौलत इस चुनाव में भाजपा अपने बूते कर्नाटक की सत्ता में वापसी करेगी।
येडियुरप्पा ने दावा किया कि भाजपा में भ्रम की कोई स्थिति नहीं है और पार्टी एकजुट है। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं से केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं को घर-घर पहुंचाने का आह्वान किया और विशेष रूप से महिलाओं, युवाओं और अनुसूचित जाति (एससी)/अनुसूचित जनजाति (एसटी) समुदाय का समर्थन हासिल करने को कहा।उन्होंने कहा कि कांग्रेस के वे दिन चले गए, जिसमें सत्ता पाने के लिए धन, बाहुबल और सांप्रदायिक राजनीति का सहारा लिया जाता था।
येदियुरप्पा ने कहा, ‘विधानसभा चुनाव 10-12 अप्रैल से पहले होने की उम्मीद है। कोई भी भाजपा को स्पष्ट बहुमत की सरकार बनाने से नहीं रोक सकता और पार्टी विधानसभा चुनाव में 130 से 140 सीटों पर जीत दर्ज करेगी।’
कांग्रेस नेता सिद्दरामैया और डीके शिवकुमार के जनता के बीच जाने और स्वयं को अगला मुख्यमंत्री बताने के दावे पर निशाना साधते हुए येहडयुरप्पा ने कहा, ‘मैं कांग्रेस नेताओं से पूछना चाहता हूं, क्या राहुल गांधी आपके नेता हैं? हमारे (भाजपा के) पास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसे मजबूत नेता हैं, जिन्हें वैश्विक स्तर पर प्रेम किया जाता है और सम्मान दिया जाता है।’
उन्होंने कहा कि मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व में कोई आशंका नहीं है कि भाजपा कर्नाटक सहित आगामी सभी (विधानसभा) चुनावों में जीत दर्ज करेगी।
भाजपा के शीर्ष संसदीय बोर्ड के सदस्य पूर्व मुख्यमंत्री येडियुरप्पा ने यहां पार्टी की राज्य कार्यकारी की विशेष बैठक को संबोधित करते हुए यह बात कही।
यहां पार्टी पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए येडियुरप्पा ने कहा कि कोई ऐसा घर नहीं बचना चाहिए, जहां पर केंद्र और राज्य सरकार की योजनाएं न पहुंचें। उन्होंने यह भी कहा कि अन्य जनहितैषी और कार्यक्रमों की उम्मीद 17 फरवरी को पेश होने वाले राज्य बजट से भी है।
इस बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव व कर्नाटक प्रभारी अरुण सिंह, कर्नाटक प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नलिन कुमार कटील, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी, पूर्व मुख्यमंत्री सदानंद गौड़ा और जगदीश शेट्टार भी मौजूद थे।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए येडियुरप्पा ने कहा, ‘कांग्रेस की बस यात्रा पंचर होगी, क्योंकि नेताओं में मतभेद है और कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेता जी परमेश्वर ने अपनी नाखुशी जताई है।’
उन्होंने कहा कि इसके उलट भाजपा में कोई भ्रम की स्थिति नहीं है और सभी एकजुट हैं।
अरुण सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि उन्होंने राज्य का दौरा किया है, लोगों से मुलाकात की है और सूचनाएं एकत्र की है, जिसके आधार पर उनका आकलन है कि भाजपा कर्नाटक में सरकार बनाएगी ही।
उन्होंने आगामी विधानसभा चुनाव में 150 सीटों पर जीत के लक्ष्य को प्राप्त करने पर जोर देते हुए कहा, ‘हमारे पास मजबूत कैडर आधार है, हमारी सामाजिक सेवाएं और राज्य एवं केंद्र के सेवा कार्यक्रम भी भाजपा के लिए मददगार है, बाकी (दल) ऐसा कुछ नहीं कर रहे हैं।’
अरुण सिंह ने कांग्रेस और खासतौर पर सिद्दरामैया पर आरोप लगाया कि वे ‘तृष्टीकरण की राजनीति करने’ और ‘हिंदुओं को अपमानित’ करने में संलिप्त हैं।
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कांग्रेस को झूठ का ‘विशेषज्ञ’ करार देते हुए चुनावी वादों से कथित तौर पर मुकरने के लिए आड़े हाथों लिया। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस की राजस्थान सरकार ने सत्ता में इतने साल बीत जाने के बावजूद किसानों की पूर्ण कर्ज माफी के वादे को पूरा नहीं किया।
उन्होंने जनता दल (सेकुलर) की कथित वंशवाद की राजनीति की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि पार्टी के प्रथम परिवार में ही टिकटों के लेकर घमासान मचा हुआ है।