मोरानी ने पुलिस के सामने किया समर्पण, जेल भेजा गया
मोरानी ने पुलिस के सामने किया समर्पण, जेल भेजा गया
हैदराबाद। नवोदित अभिनेत्री के साथ बलात्कार के आरोपी बॉलीवुड फिल्म निर्माता करीम मोरानी ने बीती रात पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। उच्चतम न्यायालय ने मोरानी की अग्रिम जमानत को रद्द किए जाने के हैदराबाद उच्च न्यायालय के फैसले को बरकरार रखा था जिसके बाद मोरानी ने यह कदम उठाया। एक पुलिस अधिकारी ने शनिवार को बताया कि मोरानी के आत्मसमर्पण करने के बाद उन्हें औपचारिक तौर पर गिरफ्तार कर लिया गया और अदालत में पेश किया गया जिसने उन्हें १४ दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। हयातनगर के पुलिस निरीक्षक जे. नरेंद्र गा़ैड ने बताया, मोरानी ने कल आधी रात के करीब हमारे समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। कानूनी औपचारिकताएं और मेडिकल जांच पूरी करने के बाद उन्हें आज एक अदालत में पेश किया गया। उन्हें छह अक्तूबर तक न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। हैदराबाद उच्च न्यायालय ने पांच सितंबर को मोरानी की अग्रिम जमानत को निचली अदालत द्वारा रद्द किए जाने के फैसले को सही ठहराया था।अग्रिम जमानत को इस आधार पर रद्द किया गया था कि मोरानी ने यह बात अदालत से छिपाई थी कि वह टू जी घोटाले में आपराधिक मामले का सामना कर रहे हैं और कई माह जेल में भी रह चुके हैं। आरोप हैं कि मोरानी ने जुलाई २०१५ से जनवरी २०१६ के बीच दिल्ली की एक महिला को नशीले पदार्थ का सेवन कराके उसके साथ कई बार दुष्कर्म किया तथा उसकी अश्लील तस्वीरें लीं। पीि़डता ने यह आरोप भी लगाया कि मोरानी ने २०१५ में यहां एक फिल्म स्टूडियो में उसके साथ बलात्कार किया था। महिला (२५) ने इस वर्ष जनवरी में हयातनगर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत के बाद निर्माता के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था। तेलंगाना की सत्र अदालत ने ३० जनवरी को मोरानी को शुरू में अग्रिम जमानत दे दी थी लेकिन बाद में अदालत को जब यह बताया गया कि मोरानी ने अपनी जमानत याचिका में यह तथ्य छिपाया है कि वह टू जी घोटाले में आपराधिक मामले का सामना कर रहे हैं और कई माह जेल में भी रह चुके हैं तो अदालत ने उनकी अग्रिम जमानत रद्द कर दी थी।