मनीष पांडे को महसूस हो रहा है कड़ी प्रतिस्पर्धा का दबाव
मनीष पांडे को महसूस हो रहा है कड़ी प्रतिस्पर्धा का दबाव
बेंगलूरु। मनीष पांडे भारतीय वनडे टीम में अपनी जगह बरकरार रखने के लिए दबाव महसूस कर रहे हैं और उन्होंने मंगलवार को यहां कहा कि लगातार अच्छे स्कोर बनाकर ही वह क़डी प्रतिस्पर्धा में आगे निकल सकते हैं।उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ गुरुवार को होने वाले चौथे वनडे की पूर्व कहा, निश्चित तौर पर मध्यक्रम में काफी दबाव है। मैं कुछ और मैच खेलकर भारत की जीत में अहम भूमिका निभाना चाहूंगा। मैं अंतिम एकादश में अपनी जगह बनाए रखने के लिए क़डी मेहनत कर रहा हूं। इस महीने के शुरू में श्रीलंका में वापसी पर तीन मैचों में दो अर्धशतक जमाने वाले पांडे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले दो वनडे में सस्ते में आउट हो गए। इसके बाद इंदौर में तीसरे मैच में उन्होंने नाबाद ३६ रन बनाए।इस श्रृंखला में कर्नाटक के उनके साथी केएल राहुल को अभी तक मौका नहीं मिला है और पांडे को पता है कि उन्हें लगातार अच्छा प्रदर्शन करना होगा। वह चेन्नई और कोलकाता में चौथे नंबर पर उतरे थे जिसके बाद इंदौर में हार्दिक पंड्या को इस स्थान पर उतारा गया जिसमें वह सफल रहे थे। पांडे इस मैच में छठे नंबर पर उतरे थे।पांडे ने कहा, जब आप तीसरे, चौथे या छठे नंबर पर खेलते हो तो यह पूरी तरह से भिन्न होता है। यह मानसिकता से जु़डा है। यह आक्रामकता से जु़डा है। मैं विकेट पर कुछ समय गुजारना चाहूंगा ताकि मैं क्रीज पर सहज महसूस कर सकूं। भारत पहले तीन वनडे जीतकर पहले ही श्रृंखला अपने नाम कर चुका है लेकिन पांडे ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया को क़डा प्रतिद्वंद्वी करार दिया। उन्होंने हरभजन सिंह के ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ किए गए मजाक पर प्रतिक्रिया की। इस आफ स्पिनर ने माइकल क्लार्क से संन्यास से वापस लौटने का आग्रह किया था और कहा कि वर्तमान बल्लेबाज कारगर नहीं हैं।पांडे ने कहा, यह उनके निजी विचार हैं। मेरा मानना है कि ऑस्ट्रेलिया दमदार टीम है जिसके पास अच्छे बल्लेबाज हैं। इस श्रृंखला में उन्होंने भले ही लगातार मैच गंवाए हैं लेकिन उसे हराना आसान नहीं है।