प्रेरणास्रोत, आदर्श कहलाना पसंद नहीं : जायरा वसीम
प्रेरणास्रोत, आदर्श कहलाना पसंद नहीं : जायरा वसीम
मुंबई। जायरा वसीम ने दो ब़डी फिल्मों में काम किया है और अपने प्रदर्शन के लिए महज १६ साल की उम्र में एक राष्ट्रीय पुरस्कार अपने नाम किया है। लेकिन कश्मीर की इस युवा अदाकारा का कहना है कि लोग उन्हें रोल मॉडल न बनाएं और अपनी राहें खुद चुनें। जायरा ने आमिर खान की फिल्म दंगल के साथ बॉलीवुड में कदम रखा था। फिल्म में उन्होंने पहलवान गीता फोगाट के बचपन का किरदार निभाया था और नितेश तीवारी निर्देशित इस फिल्म के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार भी जीता। जायरा ने कहा, मैं लोगों से कहना चाहती हूं कि वह मुझे न देखें। अभी मेरे ऊपर यह जिम्मेदारी नहीं आई है। मैं आपसे ऐसा करने के लिए कह नहीं रही हूं। कृपया मेरे नाम पर ऐसा न करें, खुद का अनुसरण करें, अपनी राहें खुद बनाएं, तय करें, ग़ढें। आप ऐसा कुछ क्यों करना चाहते हैं जो पहले से ही कोई और कर रहा है?उन्होंने कहा कि लोगों द्वारा तमगे दिए जाने से एक अनचाहा दबाव प़डने लगता है। दंगल के बाद हुए विवाद और उससे मिली सफलता को पीछे छो़डते हुए अब जायरा अपनी दूसरी फिल्म- सीक्रेट सुपरस्टार के साथ तैयार हैं। अद्वेत चंदन द्वारा निर्देशित यह फिल्म एक बच्ची की कहानी दिखाएगी जो एक गायिका बनने की चाह रखती है। यह फिल्म १९ अक्टूबर को रिलीज होगी।
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