चेन्नई। द्रमुक के कार्यकारी अध्यक्ष एम के स्टालिन ने आज तमिलनाडु सरकार से तूतीकोरिन में स्टरलाइट संयंत्र को बंद करने के लिए एक प्रस्ताव लाने के संबंध में कैबिनेट की तत्काल बैठक बुलाने की अपील की। स्टालिन ने कहा कि इस मुद्दे पर द्रमुक का रुख यह है कि कैबिनेट की एक बैठक तत्काल बुलाई जाए और स्टरलाइट संयंत्र को बंद करने के संबंध में एक प्रस्ताव लाया जाए। उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा , इस प्रस्ताव को विधानसभा में भी पारित कराया जाना चाहिए। पिछले सप्ताह चेन्नई से ६२५ किलोमीटर दूर तूतीकोरिन में स्टरलाइट तांबा संयंत्र को स्थायी तौर पर बंद करने की मांग को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शनों में हिंसा भ़डक गई थी। स्टालिन ने शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन में घायल लोगों से अस्पताल में जाकर मुलाकात की थी जिसके बाद उनके खिलाफ निषेधाज्ञा उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया था।निषेधाज्ञा उल्लंघन का मामला दर्ज किए जाने के बारे में पूछे जाने पर स्टालिन ने कहा कि राज्य की अखिल भारतीय अन्ना द्रवि़ड मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) जायज मांगों के साथ विरोध प्रदर्शन करने वाले लोगों के प्रति पूरी तरह से असंवेदनशील है। उन्होंने कहा कि सरकार के आदेश से पुलिस ने गोलीबारी की जिसमें १३ लोगों की मौत हो गई। इसके लिए सरकार जिम्मेदार है। इसके साथ ही अभी तक मुख्यमंत्री या उप मुख्यमंत्री सहित किसी भी मंत्री ने घायलों से मुलाकात नहीं की है जिससे यह साफ तौर पर समझा जा सकता है कि राज्य सरकार तूतीकोरिन के प्रदर्शनकारियों के प्रति कितनी असंवेदनशील है। उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात की कोई परवाह नहीं है कि उनके खिलाफ निषेधाज्ञा का उल्लंघन किया गया है। द्रमुक के कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा कि जो लोग अस्पताल में घायल अवस्था में भर्ती है उनसे मिलना मेरा नैतिक कर्तव्य था और इसलिए मैंने वहां गया यदि इसके लिए मुझपर और भी मामले दर्ज किए जाएं तो भी मैं ऐसा करुंगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने यदि समय रहते लोगों की समस्याओं पर गौर किया होता तो इस प्रकार की स्थिति का सामना नहीं करना प़डता।