पन्नीरसेल्वम ने फूडप्रो प्रदर्शनी का किया शुभारंभ
पन्नीरसेल्वम ने फूडप्रो प्रदर्शनी का किया शुभारंभ
चेन्नई। उप मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम ने गुरुवार को यहां भारतीय उद्योग महासंघ (सीआईआई)द्वारा आयोजित फूडफ्रो प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। उन्होंने इस अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे देश में खाद्यान्नों का बर्बाद होना किसानों के लिए एक चिंता का विषय है और तकनीक की मदद से इसे रोका जा सकता है। इस प्रदर्शनी का आयोजन नंदमबाक्कम स्थित ट्रेड सेंटर में किया जा रहा है। सीआईआई द्वारा हर दो वर्ष के अंतराल पर इस प्रदर्शनी का आयोजन किया जाता है। पन्नीरसेल्वम ने कहा कि सीआईआई द्वारा काफी उपयुक्त समय पर इस प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है।उन्होंने कहा कि हमारी पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता ने दूसरी हरित क्रांती की शुरुआत करने की बात कही थी और हम उस क्रांति को आगे ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। सीआईआई द्वारा इस प्रकार के आयोजन से हमारे राज्य ेके किसानों को तकनीकों को समझने और अपनी उत्पादकता बढाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु कृषि संबंधित कई क्षेत्रों में अग्रणी है। हमारे किसानों के लिए यह काफी महत्वपूर्ण हैं कि वह खाद्य प्रसंस्करण को समझें और अपने कृषि उत्पादों को बर्बाद होने से रोकें। इस अवसर पर उपस्थित राज्य के कृषि विभाग के प्रधान सचित गगनदीप सिंह बेदी ने मदुरै में केला उत्सव का आयोजन करने के लिए सीआईआई का धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु में कृषि पर काफी ध्यान देेने की आवश्यकता है। हालांकि राज्य खाद्यान्नों के उत्पादन में अंग्रिम पंक्ति में है लेकिन मक्का, तेल बीजों और केला, शकरकंद एवं अन्य फलों का उत्पादन बढाने के लिए अभी इसे और कार्य करने की जरुरत है। जहां तक खाद्य प्रबंधन की बात है तो उसमें भी हमें और उन्नत होने की जरुरत है। उन्होंने कहा कि हमारे किसानों द्वारा उपजाए जाने वाले खाद्यान्न का १० से १५ प्रतिशम हिस्सा उपभोक्ताओं तक पहुंचने से पहले ही बर्बाद हो जाता है। उन्होंने कहा कि फलों के मामले में इस प्रकार की बर्बादी ३० से ३५ प्रतिशत तक पहुंच जाती है। इसका मुख्य कारण खाद्यान्नों और फलों का भंडारण करने के लिए समुचित सुविधाओं का अभाव होना है। उन्होंने बताया कि राज्य कृषि विभाग जल्द ही राज्य के धर्मपुरी, विलुपुरम, होसूर और थेनी जिले में कोल्ड स्टोरेजों का निर्माण करने के लिए १,००० करो़ड रुपए का निवेश करेगी। सिंह ने बताया कि इसके लिए पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता द्वारा अपने कार्यकाल में ३९८ करो़ड रुपए का आवंटन किया जा चुका था और इस दिशा में कार्य शुरु भी कर दिया गया है। इस अवसर पर सीआईआई के वरिष्ठ पदाधिकारी एवं कृषि विभाग के वरिष्ठ अधिकारी के साथ देश के विभिन्न हिस्सों से खाद्य प्रसंस्करण तकनीक के विशेषज्ञ उपस्थित थे।