लोकसभा में उठी आवाज- कन्हैया लाल के हत्यारों को जल्द मिले फांसी, दावत-ए-इस्लामी हो प्रतिबंधित
उदयपुर से लोकसभा सदस्य अर्जुन लाल मीणा ने सदन में नियम 377 के तहत यह विषय उठाया
नई दिल्ली/भाषा। भारतीय जनता पार्टी के सांसद अर्जुन लाल मीणा ने उदयपुर में कुछ दिन पहले एक दर्जी की निर्मम हत्या का विषय बृहस्पतिवार को लोकसभा में उठाया और केंद्र सरकार से आग्रह किया कि ‘दावत-ए-इस्लामी’ नामक संगठन पर प्रतिबंध लगाया जाए, जिसके तार इस घटना से जुड़े होने की बात सामने आई है।
उदयपुर से लोकसभा सदस्य मीणा ने सदन में नियम 377 के तहत यह विषय उठाया। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों उदयपुर में कन्हैया लाल की हत्या की घटना का मकसद सांप्रदायिक हिंसा भड़काना था। उन्होंने कहा, ‘जांच में पता चला है कि बाहर का संगठन इस घटना से जुड़ा है। सरकार से मांग करता हूं कि ‘दावत-ए-इस्लामी’ संगठन को प्रतिबंधित किया जाए।’मीणा ने यह भी कहा कि कन्हैया लाल की हत्या के जिम्मेदार लोगों को जल्द फांसी की सजा दी जाए।
नियम 377 के तहत अपना विषय रखते हुए भाजपा के सुब्रत पाठक ने कहा कि उत्तर प्रदेश के बंजारा समुदाय को अनुसूचित जनजाति की सूची में शामिल करने की मांग बहुत लंबे समय से उठ रही है। उन्होंने कहा कि इस मामले को गंभीरता से लिया जाए और बंजारा समुदाय को अनुसूचित जनजाति की सूची में डाला जाए।
भाजपा के सुभाष बहेड़िया ने चेक बाउंस होने से जुड़ा एक विषय सदन में शून्यकाल के तहत उठाया और कहा कि इससे जुड़े नियम का दुरुपयोग को रहा है, इसलिए इस पर पुनर्विचार किया जाए।