बहू की सेहत बिगड़ी तो सास ने किडनी देकर बचाई जान
बहू की सेहत बिगड़ी तो सास ने किडनी देकर बचाई जान
सूरत। गुजरात के सूरत शहर में एक सास ने अपनी बहू को किडनी देकर उसकी जान बचाई है। जब 37 साल की आशा भूतड़ा की तबीयत बहुत ज्यादा बिगड़ गई तो किडनी ट्रांसप्लांट कराना ही एकमात्र विकल्प था। ऐसे में उनकी सास शांति देवी (65) ने उन्हें नई ज़िंदगी दी। उन्होंने बहू के लिए खुशी-खुशी अपनी किडनी दे दी। आशा को बीमारी होने के बाद शरीर में कई तकलीफें पैदा हो गईं। जांच में मालूम हुआ कि उनकी दायीं किडनी सिकुड़ रही है। उसके बाद बायीं किडनी में भी बीमारी पैदा होने लगी थी। तब डॉक्टर ने उन्हें किडनी ट्रांसप्लांट कराने की सलाह दी।
डॉक्टरों ने कहा कि आशा के पति, ससुर या मां उन्हें किडनी दे सकते हैं, लेकिन पति और ससुर को मधुमेह था। उनकी मां की उम्र करीब 69 साल है। तब उनकी सास शांति देवी ने उन्हें किडनी देने का फैसला किया। इससे पहले डॉक्टरों ने डायलसिस कराने का सुझाव दिया लेकिन यह इस बीमारी का पुख्ता इलाज नहीं था।
सास द्वारा बहू को किडनी देने की इस घटना को बहुत सराहा जा रहा है। आशा का आॅपरेशन अहमदाबाद के एक अस्पताल किया गया। उन्हें शांति देवी की किडनी सफलतापूर्वक लगा दी गई है। अब वे स्वस्थ हैं। वहीं शांति देवी भी बहुत खुश हैं कि उन्होंने अपनी बहू को किडनी देकर उसकी जान बचाई। उन्होंने कहा कि मुझे बेटी को किडनी देनी थी ताकि उसे नई ज़िंदगी दे सकूं। वे कहती हैं, आखिर मैं पीछे कैसे हट सकती थी?
इलाज कराने के बाद आशा और शांति देवी घर लौट आई हैं। जानकारी के अनुसार, अब दोनों का स्वास्थ्य अच्छा है। इस घटना ने यह साबित कर दिया है कि सास के लिए बहू भी बेटी होती है। यह रिश्ता भी उतना ही गहरा और पवित्र होता है जितना कि मां-बेटी का।
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