ओवैसी ने भाजपा और कांग्रेस पर साधा निशाना
ओवैसी ने भाजपा और कांग्रेस पर साधा निशाना
हैदराबाद। उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव में शुक्रवार को घोषित नतीजों में मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एमआईएम) ने २९ सीटों पर जीत दर्ज की। पार्टी ने चुनाव में ७८ उम्मीदवार उतारे थे। एमआईएम ने फिरोजाबाद में ११ सीटें और महुल आजमग़ढ में तीन सीटें जीती हैं। असदुद्दीन ओवैसी की अगुवाई वाली पार्टी ने संभल, अमरोहा, मेरठ और बागपत में दो-दो सीटें और डासना गाजियाबाद, कानपुर, बिजनौर, इलाहाबाद और सीतापुर में एक-एक सीट पर जीत हासिल की है। एमआईएम सूत्रों के मुताबिक उसने फिरोजाबाद में मेयर के चुनाव में दूसरा स्थान हासिल किया है। पार्टी की उम्मीदवार मशरूम फातिमा ने ५६,५३६ मतों के साथ, समाजवादी पार्टी को तीसरे स्थान पर धकेल दिया। भाजपा की नूतन राठौ़ड ने लगभग ९९ हजार वोटों के साथ इस सीट पर जीत दर्ज की। इससे पहले असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था कि राज्य में पार्टी अपने नेताओं और सदस्यों की क़डी मेहनत के कारण सीटें जीत सकती है। उन्होंने पार्टी का समर्थन करने के लिए मतदाताओं को धन्यवाद दिया। इस साल मार्च में हुए उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में एमआईएम खाता खोलने में असफल रही थी। पार्टी ने ३५ सीटों पर चुनाव ल़डा था।
हैदराबाद। मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी अक्सर धार्मिक मामलों के जवाब में मुखर होते हैं। इस बार उल्टे उन्होंने भाजपा और कांग्रेस पार्टी पर धार्मिक भावनाओं के इस्तेमाल का आरोप लगाया है। ओवैसी ने दोनों पार्टियों के विकास के दावों को झूठा करार दिया। उनके मुताबिक दोनों पार्टियों के नेताओं में सबसे ब़डा हिंदू खुद को साबित करने की हो़ड लगी है। दुखी होते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि क्या स्वतंत्रता सेनानियों ने इसी दिन के लिए देश के प्रति अपनी जान न्यौछावर की थी। उन्होंने आगे कहा, ‘क्या अंबेडकर ने यह राह बनाई थी कि कोई कह सके कि वह जनेऊ धारी हिंदू हैं और कोई कहता है कि वह जैन भी है हिंदू भी? क्या स्वतंत्रता सेनानियों ने अपना बलिदान इसके लिए दिया?‘इससे पहले हैदराबाद के इस कद्दावर नेता ने ट्वीट कर लिखा कि कांग्रेस कहती है कि उनके उपाध्यक्ष हिंदू हैं और जनेऊ धारी (ब्राह्मण) हैं, भाजपा कहती है कि उनके नेता मोदी हिंदू और ओबीसी हैं। ऐसा लगता है कि यह काफी सम्मानित क्लब है, जिसमें मुझ जैसे लोगों को प्रवेश नहीं मिलेगा, क्योंकि मैं सांप्रदायिक हूं और बाकी सेक्युलर और राष्ट्रवादी हैं।ओवैसी ने दावा किया कि मेरे क्लब में धार्मिक आधार पर किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं किया जाता है। ओवैसी ने तीन तलाक के मुद्दे पर सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि सरकार का शरिया में दखल देना ठीक नहीं है। बता दें कि सरकार चर्चित तीन तलाक के मुद्दे पर कानून बनाने की तैयारी में है।