सिलिगुड़ी: चाय बागान में खिला भाजपा का कमल, बरसे ‘छप्परफाड़ वोट’

सिलिगुड़ी: चाय बागान में खिला भाजपा का कमल, बरसे ‘छप्परफाड़ वोट’
सिलिगुड़ी/दक्षिण भारत। चाय बागान, इमारती लकड़ी और पर्यटन (टी, टिंबर, टूरिज्म) के लिए मशहूर पश्चिम बंगाल के सिलिगुड़ी ने इस बार भाजपा को ‘छप्परफाड़ वोट’ दिए हैं। यहां से भाजपा के शंकर घोष विजयी हुए हैं। उन्हें कुल वोटों का 50.03 प्रतिशत मिला है।
वहीं, दूसरे स्थान पर तृणमूल कांग्रेस के डॉ. ओमप्रकाश मिश्रा रहे हैं जो कुल वोटों का 30.11 प्रतिशत पा सके। इस प्रकार हार-जीत में वोट प्रतिशत का काफी (19.92) अंतर रहा। इससे स्पष्ट होता है कि सिलिगुड़ी में मतदाताओं के बीच भाजपा अपनी साख मजबूत करने में सफल रही है।शंकर घोष को कुल 89,370 वोट मिले जिनमें 88,580 ईवीएम वोट और 790 पोस्टल वोट थे। जबकि ओमप्रकाश मिश्रा को कुल 53,784 वोट मिले। इनमें 53,153 ईवीएम वोट और 631 पोस्टल वोट थे। यहां हार-जीत का अंतर 35,586 वोट रहा है।
इस सीट पर मतदाताओं ने नोटा भी जमकर दबाया। इसे 2074 वोट मिले, जो कुल वोटों का 1.16 प्रतिशत है। सीपीआईएम यहां कोई कमाल नहीं दिखा पाई। हालांकि वह 28,835 वोट हासिल कर कुल वोटों के 16.14 प्रतिशत पर कब्जा जरूर कर पाई।
सिलिगुड़ी से रिपब्लिकन पार्टी (अठावले) भी मैदान में थी, जिसके उम्मीदवार 306 वोट पाने में सफल रहे। यह इस सीट पर किसी उम्मीदवार द्वारा पाए गए सबसे कम वोट थे। इसके अलावा बहुजन समाज पार्टी ने काकुली मजूमदार रॉय को टिकट दिया था, जो 1,255 वोट ले सकी हैं।
विधानसभा सीट से कुल 10 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा। इनमें से 7 उम्मीदवार नोटा जितने वोट भी नहीं पा सके।