तृणमूल कांग्रेस को एक और झटका, विधायक विश्वजीत सहित 12 पार्षदों ने थामा भाजपा का दामन

तृणमूल कांग्रेस को एक और झटका, विधायक विश्वजीत सहित 12 पार्षदों ने थामा भाजपा का दामन

विधायक विश्वजीत एवं तृणमूल के दर्जनभर पार्षद भाजपा में शामिल हो गए हैं.

कोलकाता/नई दिल्ली/दक्षिण भारत। लोकसभा चुनाव नतीजे आने के साथ ही पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को लगातार झटके लग रहे हैं। अब उसके एक विधायक और दर्जनभर पार्षद भी भाजपा में शामिल हो गए हैं। बोनगांव विधायक विश्वजीत दास और 12 पार्षदों ने मंगलवार को भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय और मुकुल रॉय ने पार्टी में उनका स्वागत किया।

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इसके अलावा कांग्रेस के प्रवक्ता प्रसन्नजीत घोष ने भी अपनी पार्टी को झटका देते हुए भाजपा का दामन थाम लिया। बता दें कि इससे पहले नोआपारा ​से विधायक सुनील सिंह और 15 पार्षदों ने भी तृणमूल कांग्रेस छोड़ दी और भाजपा में शामिल हो गए थे। इस तरह पिछले एक माह से तृणमूल कांग्रेस में भगदड़ मची हुई है। उसके कई नेता भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर चुके हैं। इससे राज्य में तृणमूल और भाजपा के बीच तनाव भी बढ़ा है। भाजपा के कई कार्यकर्ताओं की हत्या हो चुकी है, जिसका आरोप तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर लगाया जाता रहा है। वहीं, तृणमूल कांग्रेस इसका खंडन कर चुकी है।

शांति और विकास चाहने वालों को तरजीह: विजयवर्गीय
प. बंगाल भाजपा प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने तृणमूल कांग्रेस नेताओं द्वारा पार्टी छोड़ने के सिलसिले पर कहा कि जो लोग राज्य में शांति और विकास चाहते हैं, उन्हें पार्टी में शामिल करने में तरजीह दी जा रही है। उन्होंने प. बंगाल में भाजपा के जनाधार के बारे में कहा कि यहां पार्टी एक मजबूत खिलाड़ी के तौर पर उभरी है। उन्होंने आरोप लगाया कि प. बंगाल में तृणमूल के शासन में लोकतंत्र धराशायी हो चुका है और हिंसा के जरिए लोगों को डराने का काम किया जा रहा है।

तृणमूल में भगदड़ से भड़कीं दीदी
उधर, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तृणमूल छोड़कर भाजपा में आए नेताओं की आलोचना की। उन्हें लालची और भ्रष्ट बताते हुए ममता ने कहा कि भाजपा यहां कचरा बटोर रही है। तृणमूल प्रमुख ने पार्टी छोड़कर जाने वाले नेताओं को धोखेबाज करार देते हुए कहा कि उनकी जगह अब पार्टी के समर्पित सदस्यों को दी जाएगी। उन्होंने उन नेताओं को भी पार्टी छोड़कर जाने के लिए कहा ​जो खुद को असमंजस की स्थिति में महसूस कर रहे हैं।

ममता बनर्जी ने तृणमूल का साथ छोड़ने वाले नेताओं को भ्रष्ट और लालची बताया और कहा कि उन्हें अपनी करनी का फल मिलने की आशंका सता रही थी। ममता ने कहा कि तृणमूल सरकार उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई पर विचार कर रही है ​जो भ्रष्टाचार में शामिल रहे हैं। ममता ने राज्य के पार्षदों के साथ बैठक में कहा कि हम अपना कचरा फेंक रहे हैं और भाजपा बटोर रही है। उन्होंने कहा कि दूसरी पार्टी में शामिल होने पर भी ‘भ्रष्टाचारी’ जांच से नहीं बच सकते।

भाजपा ने ढहाए तृणमूल के मजबूत किले
उल्लेखनीय है कि साल 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने सबको चौंकाते हुए पश्चिम बंगाल में 18 सीटें जीतीं। भाजपा ने मोदी लहर में तृणमूल के कई मजबूत किलों को ढहाते हुए कमल खिला दिया। उसका वोट शेयर 40.3 प्रतिशत रहा, जबकि तृणमूल का वोट शेयर 43.3 प्रतिशत था। तृणमूल कांग्रेस 22 सीटों के साथ प. बंगाल में सबसे बड़ी पार्टी जरूर रही, लेकिन सीटों और वोट शेयर के लिहाज से भाजपा उससे ज्यादा दूर नहीं थी।

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