आतंक का ठप्पा लगाकर हिंदुओं को बदनाम करने की कोशिश कर रही कांग्रेस: शाह

आतंक का ठप्पा लगाकर हिंदुओं को बदनाम करने की कोशिश कर रही कांग्रेस: शाह

भाजपा अध्यक्ष अमित शाह

पारालाखेमुंडी (ओडिशा)/भाषा। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने सोमवार को कांग्रेस को आड़े हाथ लेते हुए आरोप लगाया कि वह हिंदुओं पर आतंकवादी होने का कथित ठप्पा लगाकर उन्हें ‘बदनाम’ करने की कोशिश कर रही है। ओडिशा के बरहमपुर लोकसभा क्षेत्र के तहत आने वाले पारालाखेमुंडी में रैली को संबोधित करते हुए शाह ने कहा, राहुल बाबा की पार्टी ने हिंदू समुदाय को आतंकवाद से जो़डने की कोशिश की।

यह दुनिया भर के हिंदुओं को बदनाम करने की कोशिश थी। बरहमपुर सीट पर 11 अप्रैल को मतदान होना है। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि समझौता एक्सप्रेस धमाका मामले में स्वामी असीमानंद सहित कई अन्य आरोपियों को हाल ही में बरी किया गया है। शाह ने कहा, दुर्भाग्यवश, तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने मामले के असल दोषियों को खुला छोड़कर राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता किया था। इन लोगों को राष्ट्रीय सुरक्षा की कोई चिंता नहीं है।

बालाकोट हवाई हमले पर शाह ने कहा कि सिर्फ भाजपा की अगुवाई वाली केंद्र सरकार ही ऐसा निर्णायक फैसला कर सकती थी।शाह ने कहा, जोरदार हवाई हमला किया गया और पाकिस्तान के भीतर के आतंकी शिविर नष्ट कर दिए गए। ऐसी निर्णायक कार्रवाई सिर्फ भाजपा सरकार कर सकती थी। भाजपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि विपक्षी पार्टियां पाकिस्तान की भाषा बोल रही हैं, जिससे आतंकवादियों को ‘शह’ मिलती है।

शाह ने कहा कि पाकिस्तान जब सीमा के पास अपने हथियारों और सैनिकों को तैनात कर तैयारी में जुटा था, तभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने करारा जवाब दिया।कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा को राहुल गांधी का ‘गुरु’ करार देते हुए शाह ने कहा कि पित्रोदा ने पाकिस्तान और आतंकवादियों से बातचीत की वकालत की।

शाह ने कहा, पित्रोदा जी यह (बातचीत) आपकी पार्टी की नीति हो सकती है। लेकिन हमारी नीति है कि आतंकवादी गोली चलाएंगे तो हम गोला चलाके जवाब देंगे। और राष्ट्रीय सुरक्षा को इतनी अहमियत सिर्फ नरेंद्र मोदी दे सकते हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे भ्रष्टाचार मुक्त शासन सुनिश्चित करने के लिए ओडिशा की नवीन पटनायक सरकार को सत्ता से बेदखल करें।

शाह ने आरोप लगाया कि राज्य में बीजद के शासनकाल में भ्रष्टाचार धड़ल्ले से जारी है और तेज विकास के लिए राज्य को युवा मुख्यमंत्री की जरूरत है। उन्होंने कहा, बीजद सरकार ने पश्चिम और मध्य ओडिशा को लेकर सौतेला व्यवहार किया है, जिसकी वजह से ये हिस्से पिछड़े रह गए।

राज्य के लोगों को मौजूदा सरकार को उखा़ड फेंकना चाहिए और पीएम के तौर पर नरेंद्र मोदी का दूसरा कार्यकाल सुनिश्चित करना चाहिए। शाह ने मुख्यमंत्री पटनायक पर आरोप लगाया कि 19 साल के बाद भी वह उड़िया नहीं सीख पाए। उन्होंने कहा, लोगों को इस बार उड़िया बोलने वाला मुख्यमंत्री चुनना चाहिए। ओडिशा में विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव एक साथ होने वाले हैं। इनके लिए मतदान चार चरणों – 11 अप्रैल, 18 अप्रैल, 23 अप्रैल और 29 अप्रैल – को होंगे। भाजपा ने ओडिशा की कुल 147 विधानसभा सीटों में से कम से कम 120 सीटें जीतने का लक्ष्य तय किया है।

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