संसद में मोदी का कटाक्ष, विपक्ष का गठजोड़ ‘महामिलावट’ की तैयारी

संसद में मोदी का कटाक्ष, विपक्ष का गठजोड़ ‘महामिलावट’ की तैयारी

नई दिल्ली/दक्षिण भारत। बजट सत्र के छठे दिन गुरुवार को लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब दिया। इस दौरान उन्होंने अपने चिरपरिचित अंदाज में कांग्रेस सहित समूचे विपक्ष पर कटाक्ष किया। मोदी ने कहा कि इस सरकार की पहचान ईमानदारी, पारदर्शिता और भ्रष्टाचार पर लगाम कसने के लिए है। उन्होंने कहा कि यहां से जाने के बाद जनता को अपने कामकाज का लेखाजोखा देने वाले हैं। मैं आप सभी को आने वाले चुनाव में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के लिए शुभकामनाएं देता हूं। उन्होंने आगामी लोकसभा चुनाव में पहली बार वोट डालने वाले नौजवानों को भी बधाई दी।

मोदी ने कहा कि हम वो नहीं हैं जो चुनौतियों से भागते हैं। हम चुनौतियों का सामना करते हैं। उन्होंने कहा कि आज खरगेजी ने कहा कि मोदी जो बाहर बोलते हैं, वही राष्ट्रपति ने यहां कहा। इसका तात्पर्य है कि आप मानते हैं कि आप बाहर कुछ, और अंदर कुछ बोलते हैं। हम हमेशा सच बोलते हैं, चाहे वो संसद हो या कोई जनसभा। उन्होंने कहा कि देश में आपातकाल कांग्रेस ने थोपा, लेकिन कहते हैं कि मोदी संस्थाओं को बर्बाद कर रहा है। सेनाध्यक्ष को गुंडा कांग्रेस ने कहा। उन्होंने कहा कि मोदी पर उंगली उठाने से पहले कांग्रेस को पता होना चाहिए कि जब वो मोदी पर उंगली उठाते हैं तो बाकी चार उंगली उनकी तरफ होती हैं। धारा 356 का दुरुपयोग लगभग 100 बार कांग्रेस ने किया, चुनी हुई सरकारों को गिराया। अकेले इंदिरा गांधीजी ने ही 50 बार चुनी हुई सरकारों को गिराया।

सल्तनत को चुनौती बनी परेशानी
मोदी ने कहा कि असल में इन्हें सबसे बड़ी परेशानी यह है कि एक गरीब परिवार में पैदा हुआ व्यक्ति इनकी सल्तनत को चुनौती दे रहा है। जो कहते हैं कि ये अमीरों की सरकार है, तो मैं कहता हूं कि देश के गरीब ही मेरे अमीर हैं। गरीब ही मेरा ईमान हैं, वही मेरी जिंदगी हैं, उन्हीं के लिए जीता हूं, उन्हीं के लिए यहां आया हूं। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश को लूटने वालों को डराकर रहूंगा, जिन्होंने देश को लूटा हैं उन्हें डरना ही होगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लिए बीसी का मतलब बिफोर कांग्रेस और एडी का मतलब आफ्टर डाइनस्टी है। कांग्रेस के 55 वर्षों में देश में स्वच्छता कवरेज केवल 38 प्रतिशत था। हमारे 55 महीनों में बढ़कर 98 प्रतिशत हो गया है। हमने अधिक गति से काम किया है।

मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने 2004, 2009 और 2014 में अपने घोषणा पत्र में कहा कि तीन साल के अंदर हर घर में बिजली पहुंचाएंगे। ‘गरीबी हटाओ’ की तरह ‘हर घर में बिजली पहुंचाएंगे’ के वादे को भी कांग्रेस आगे बढ़ाती रही। दिल्ली में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में एक तरफ हमारे खिलाड़ी पदक जीतने के लिए मेहनत कर रहे थे और कांग्रेस के लोग अपनी वैल्थ बना रहे थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नहीं चाहती है कि देश की वायुसेना मजबूत हो। राफेल सौदा रद्द कराने के लिए कांग्रेस किस कंपनी की भलाई चाहती है? इतिहास गवाह है कि कांग्रेस और इनकी यूपीए सरकार का कालखंड रक्षा सौदों में दलाली के बिना काम करता ही नहीं था।

ट्विटर पर रो रहे भगोड़े
मोदी ने कहा कि 2004 में कांग्रेस ने कहा था कि हम हर गांव को डिजिटल बनाएंगे। 2014 तक कांग्रेस सिर्फ 95 गांवों में ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क पहुंचा सकी। हमारी सरकार में 1 लाख 16,000 गांवों में ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी है। संवैधानिक संस्थाओं का अपमान, वंशवाद, भ्रष्टाचार ये कांग्रेस के साथियों ने भी स्वीकार कर लिया है, क्योंकि उनके लिए यह संस्कृति बन गया है। उन्होंने माल्या जैसे मामलों की ओर संकेत करते हुए कहा कि जो लोग देश से भाग गए थे, वो ट्विटर पर रो रहे हैं कि मैं तो 9 हजार करोड़ रुपए लेकर निकला था, लेकिन मोदी ने मेरे 13 हजार करोड़ जब्त कर लिए।

कांग्रेस मुक्त भारत बापू का सपना!
मोदी ने कहा कि देश की रक्षा कर रहे जवानों के लिए कांग्रेस संवेदनहीन थी। जब 10 साल तक इनकी सरकार थी, तो इन्होंने तीनों सेनाओं की मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया। उन्होंने कहा कि 55 साल सत्ता भोगकर कुछ लोग अपने आपको शहंशाह मानते हैं। हर किसी को अपने से निकृष्ट मानते हैं। सबको अपमानित करना उनका स्वाभाव बन गया है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी बहुत पहले समझ गए थे और कहा था कि कांग्रेस को बिखेर देना चाहिए। इसीलिए मैं ये काम कर रहा हूं, क्योंकि कांग्रेस मुक्त भारत मेरा नहीं महात्मा गांधी का सपना था। बाबा साहेब ने कहा था कि कांग्रेस में शामिल होना आत्महत्या के समान होगा।

कर्जमाफी के तरीकों पर सवाल
मोदी ने कांग्रेस शासित राज्यों में कर्जमाफी के तौर-तरीकों पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में ज्यादातर किसानों की कर्जमाफी नहीं हुई। उन्होंने राजस्थान, मप्र में कांग्रेस का 10 दिन में कर्जमाफी का दावा खोखला बताया। मोदी ने कहा कि 6 लाख करोड़ का कर्ज था, कांग्रेस ने 52,000 करोड़ का कर्ज माफ किया। कांग्रेस ने कर्जमाफी का चक्र बना दिया। किसानों की कर्जमाफी में भी कांग्रेस ने दलाली की।

मोदी ने कहा कि चुनौतियों को ही चुनौती देकर सामान्य मानव की आशा को पूरा करने में हम जुटे हैं। हमारी सरकार देश के लोगों के अच्छे स्वास्थ्य और भलाई के लिए काम कर रही है। हाई स्टेंट, घुटने की सर्जरी और दवाओं की कीमतें लगातार कम हो रही हैं, जिससे गरीब से गरीब व्यक्ति की मदद हो रही है। हमने संविधान संशोधन कर गरीब युवाओं को उनके सपने साकार करने के लिए एक सुविधा दी है। एससी/ एसटी और अन्य पिछड़ा वर्ग की व्यवस्था को बिना हाथ लगाए गरीबों को 10 प्रतिशत आरक्षण दिया है।

किसी सूरज को नहीं डूबने दूंगा
मोदी ने कहा कि वर्षों से लटकी हुईं 99 सिंचाई परियोजनाओं को हजारों करोड़ रुपए खर्च करके हमने पूरा किया। उन्होंने विपक्ष के महागठबंधन पर चुटकी लेते हुए कहा कि मिलावटी सरकार के कारनामे तो देख चुके हैं, मगर अब तो महामिलावट की तैयारी की जा रही है। स्वास्थ्य के लिए जागरूक समाज मिलावट से दूर रहता है। उसी तरह स्वस्थ लोकतंत्र वाले भी महामिलावट से दूर रहने वाले हैं। उन्होंने महागठबंध पर कहा कि कोलकाता में एकसाथ आते हैं, राज्यों में एक-दूसरे का मुंह नहीं देखते। उन्होंने कांग्रेस के लिए कहा कि अहंकार की वजह से 400 से 40 सीटें हो गईं। वहीं भाजपा के लिए बोले कि सेवाभाव वाले दो थे, आज बहुमत में सरकार बनाई। मोदी ने अपने संबोधन में इन पंक्तियों का भी जिक्र किया जो सोशल मीडिया पर खूब शेयर की जा रही हैं: सूरज जाएगा भी तो कहां, उसे यहीं रहना होगा, यहीं हमारी सांसों में.. हमारी रगों में.. हमारे संकल्पों में.. हमारे रतजगों में। तुम उदास मत होओ, अब मैं किसी भी सूरज को नहीं डूबने दूंगा।

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