जम्मू-कश्मीर: पंचायत चुनाव के पहले चरण का मतदान आज, वोट डालने उमड़े लोग
जम्मू-कश्मीर: पंचायत चुनाव के पहले चरण का मतदान आज, वोट डालने उमड़े लोग
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में पंचायत चुनाव के पहले चरण का मतदान शनिवार सुबह 8 बजे शुरू हुआ। प्रशासन की ओर से इसके लिए तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं। सुरक्षाबल चुनावों को शांतिपूर्वक संपन्न कराने के लिए मुस्तैदी से तैनात हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, इस चरण के मतदान में 536 सरपंच हलकों और 4,048 वार्ड के लिए उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होगा। यहां कुल 6,378 उम्मीदवार मैदान में हैं।
चुनाव कराने के लिए मतदान दल पहले ही संबंधित स्थानों तक पहुंच चुका है। ये चुनाव कश्मीर घाटी के छह जिलों, लद्दाख के दो जिलों और जम्मू संभाग के सात जिलों में हो रहे हैं, जिन पर देशभर की निगाहें हैं। चूंकि आतंकवादी चुनावों में विघ्न डालने की धमकियां देते रहे हैं। इसके बावजूद ज्यादातर इलाकों में अनेक उम्मीदवार मैदान में हैं और यहां लोग मतदान करने आ रहे हैं।Voting begins for the first phase of Panchayat polls in Jammu & Kashmir. The elections will be held in nine phases across the state; Visuals from two separate polling stations in Rajouri pic.twitter.com/KSlVVqE4TT
— ANI (@ANI) November 17, 2018
स्थानीय रिपोर्टों के अनुसार, किश्तवाड़ में 50 सरपंच हलकों के लिए 107 उम्मीदवार मैदान में हैं। वहीं 358 वार्ड के लिए 494 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं। डोडा में 52 सरपंच हलका के लिए 190 और 364 वार्ड के लिए 626 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं। इसी प्रकार राजोरी जिले में 35 सरपंच हलका के लिए 121 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं, 253 वार्ड के लिए 469 मैदान में हैं।
Jammu & Kashmir: Voting is underway for the first phase of Panchayat polls; Visuals from a polling station in Rajouri's district's Manjakote pic.twitter.com/VxcenlaPTs
— ANI (@ANI) November 17, 2018
पुंछ जिले में 53 सरपंच हलका के लिए 162 और 419 वार्ड के लिए 736 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। उधमपुर में 42 सरपंच हलका के लिए 162 उम्मीदवार और 332 वार्ड के लिए 779 लोग किस्मत आजमा रहे हैं। रामबन में 27 सरपंच हलका के लिए 89 लोग और 195 वार्ड के लिए 337 लोग चुनाव लड़ रहे हैं।
इसी प्रकार कठुआ जिले में 29 सरपंच हलका के लिए 114 लोग खड़े हुए हैं। यहां 209 वार्डों के लिए 450 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। राज्य में आम लोगों ने आतंकियों की धमकियों को नजरअंदाज कर लोकतंत्र की राह चुनी है। बता दें कि नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी ने इन चुनावों का बहिष्कार कर दिया था।