राफेल सौदे पर बोले जेटली- नहीं होगा रद्द, राहुल-ओलांद के बयानों पर उठाए सवाल

राफेल सौदे पर बोले जेटली- नहीं होगा रद्द, राहुल-ओलांद के बयानों पर उठाए सवाल

पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली

नई दिल्ली। राफेल सौदे पर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति ओलांद के बयान के बाद मचे विवाद पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि यह सौदा रद्द नहीं होगा। उन्होंने किसी किस्म की अनियमितता से इनकार किया। वित्त मंत्री ने इसे एक साफ-सुथरा सौदा बताया है। उन्होंने कहा है कि इसे रद्द करने का कोई प्रश्न ही नहीं है। विमानों की कीमतों पर उन्होंने कहा कि सभी आंकड़े नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) के सामने हैं। कैग की रिपोर्ट का इंतजार किया जाएगा। आंकड़ों के मामले में वह विशेषज्ञ संस्था है।

वित्त मंत्री जेटली ने कहा कि भारत और फ्रांस सरकार के बीच गोपनीयता का समझौता है। यह यूपीए सरकार के शासन में हुआ था। जेटली बोले, इस पर पूर्व रक्षा मंत्री एंटनी के हस्ताक्षर हैं। जेटली ने ओलांद के बयान और उसके समय पर कहा कि ये सभी बातें सोच-समझकर बोली गई हैं।

उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने राफेल सौदे को लेकर 30 अगस्त को ट्वीट किया कि आगामी हफ्तों में इस मामले में धमाके होने वाले हैं। जेटली ने सवाल उठाया कि राहुल को ओलांद के बयान के बारे में कैसे जानकारी हुई। उन्होंने इस जुगलबंदी पर कहा कि मन में सवाल पैदा होता है।

वित्त मंत्री जेटली ने सार्वजनिक जीवन में राहुल गांधी की कार्यप्रणाली पर भी चुटकी ली। उन्होंने कहा, सार्वजनिक जीवन में संवाद कोई लाफ्टर चैलेंज नहीं कि आप किसी को भी गले लगा लो, आंख मारो, लगातार गलत बयान देते रहो। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में ऐसी शब्दावली होनी चाहिए जिसमें बुद्धि भी दिखाई दे।

बता दें कि राफेल सौदे पर फ्रांस की सरकार और विमान निर्माता कंपनी दसॉल्ट एविएशन ने बयान दिया था। इन्होंने सौदे को लेकर मोदी सरकार की नीतियों का समर्थन किया। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी राहुल गांधी को नसीहत दी थी कि कोई आधारहीन आरोप लगाने से पहले सोचना चाहिए। किसी को भी सबूत के बिना आरोप नहीं लगाने चाहिए।

ये भी पढ़िए:
– इटली के वो 4 कानून जिन्हें जानकर आप हैरान रह जाएंगे, न मानने पर पड़ जाते हैं लेने के देने
– 10 साल की मासूम से दुष्कर्म पर सख्त सजा, अदालत ने सुनाई 160 साल की जेल
– क्या विमान दुर्घटना में हुई थी नेताजी सुभाष की मृत्यु? अब अस्थियों के डीएनए पर विवाद
– क्या मप्र में ये 3 पार्टियां मिलकर देंगी कांग्रेस को जोरदार झटका? चल रही तालमेल की तैयारी

Google News
Tags:

About The Author

Post Comment

Comment List

Advertisement

Latest News

'छद्म युद्ध' की चुनौतियां 'छद्म युद्ध' की चुनौतियां
आर्थिक दृष्टि से अधिक शक्तिशाली भारत अपने दुश्मनों पर और ज्यादा शक्ति के साथ प्रहार कर सकेगा
दपरे: कारगिल युद्ध के वीरों के सम्मान में सेंट्रल हॉस्पिटल ने रक्तदान शिविर लगाया
कर्नाटक सरकार ने रामनगर जिले का नाम बदलकर बेंगलूरु दक्षिण करने का फैसला किया
मराठा लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंटल सेंटर ने कारगिल युद्ध विजय की 25वीं वर्षगांठ मनाई
एमयूडीए मामला: प्रह्लाद जोशी ने सिद्दरामैया पर आरोप लगाया, सीबीआई जांच की मांग की
भोजनालयों पर नाम प्रदर्शित करने संबंधी निर्देश पर योगी सरकार ने उच्चतम न्यायालय में क्या दलील दी?
'विपक्षी दल के रूप में काम नहीं कर रही भाजपा, कुछ भी गलत या घोटाला नहीं हुआ'