एयर विंग एनसीसी कैडेट्स के सपनों को मिलेगी ऊंची उड़ान

अखिल भारतीय वायु सैनिक शिविर 18 से

एयर विंग एनसीसी कैडेट्स के सपनों को मिलेगी ऊंची उड़ान

कैडेट एक कठिन चयन प्रक्रिया के बाद यहां पहुंचते हैं

बेंगलूरु/दक्षिण भारत। एनसीसी निदेशालय कर्नाटक एवं गोवा 18 से 30 सितंबर तक बेंगलूरु में अखिल भारतीय वायु सैनिक शिविर की मेजबानी करेगा। एयर विंग एनसीसी के लिए शीर्ष शिविर होने के नाते, इसमें देशभर के कैडेट विभिन्न विषयों, जैसे माइक्रोलाइट फ्लाइंग, एयरोमॉडलिंग, ड्रिल और फायरिंग में एक-दूसरे से प्रतिस्पर्द्धा करेंगे।

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एआईवीएससी एक वार्षिक कार्यक्रम है, जिसमें एनसीसी महानिदेशालय के अधिकारियों द्वारा एयर विंग एनसीसी प्रशिक्षण के सभी पहलुओं का मूल्यांकन किया जाता है। 17 निदेशालयों के 640 कैडेटों सहित एयर विंग एनसीसी के सर्वश्रेष्ठ कैडेटों को इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम का हिस्सा बनने का मौका मिलेगा।

अधिकारियों ने बताया कि इस प्रतियोगिता के इतिहास में पहली बार जम्मू-कश्मीर निदेशालय का प्रतिनिधित्व हमारे पास है। कैडेट एक कठिन चयन प्रक्रिया के बाद यहां पहुंचते हैं और अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन करने तथा विमानन सपनों को पंख लगाने का मौका पाते हैं।

विजेता दल प्रतिष्ठित वायु सेना प्रमुख अखिल भारतीय वायु सैनिक ट्रॉफी जीतने के लिए तैयार है। साल 2024 में एआईवीएससी चैंपियन का खिताब जीतने के बाद, एनसीसी निदेशालय कर्नाटक एवं गोवा के सामने अपने खिताब को बरकरार रखने की चुनौती है।
             
इस कार्यक्रम को 19 सितंबर को भारतीय वायुसेना के मुख्यालय प्रशिक्षण कमान के वरिष्ठ अधिकारी एयर मार्शल बीजू मामन द्वारा हरी झंडी दिखाई जाएगी। यह शिविर वायुसेना स्टेशन जलाहल्ली में आयोजित किया जा रहा है तथा प्रतियोगिताएं बेंगलूरु में विभिन्न स्थानों पर की जा रही हैं।

कैडेट यहां सिर्फ़ एक-दूसरे से प्रतिस्पर्द्धा करने के लिए नहीं हैं। यह उनके लिए जीवन बदल देने वाला अनुभव है। सशस्त्र बलों के मुख्य वक्ता कैडेटों को सैन्य नेतृत्व पर संबोधित करेंगे, जबकि सेवा चयन बोर्ड के मूल्यांकनकर्ता उन्हें कठिन चयन प्रक्रिया से परिचित कराएंगे।

भारतीय वायुसेना का एक सेवा प्रशिक्षण संस्थान सेंटर फॉर लीडरशिप एंड बिहेवियरल स्टडीज़ कैडेटों को नेतृत्व कौशल का प्रशिक्षण देगा। एक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में कैडेटों को लेफ्टिनेंट जनरल गुरबीरपाल सिंह के दृष्टिकोण के अनुरूप ड्रोन प्रशिक्षण दिया जाएगा।

कैडेटों को जेनिथ एयर और एसडब्ल्यू-80 वायरस माइक्रोलाइट्स पर हवाई अनुभव उड़ान कराई जाएगी। मुख्यालय प्रशिक्षण कमान, भारतीय वायुसेना के तत्वावधान में येलहंका वायुसेना स्टेशन का एक शैक्षिक दौरा भी आयोजित किया जा रहा है।

एयर विंग एनसीसी में प्रशिक्षण की दक्षता का आकलन करने के अलावा, यह शिविर कैडेटों को वायुसेना में शामिल होने के लिए प्रेरित करने के वास्ते एक मंच के तौर पर काम करेगा।

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