एफडब्ल्यूडीए ने तैयार किया भारत का पहला एआई संचालित लड़ाकू विमान 'काल भैरव'
यह आयोजन द ललित अशोक में हुआ
इस विमान को 25 मिलियन डॉलर का निर्यात आदेश मिला है
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। फ्लाइंग वेज डिफेंस एंड एयरोस्पेस (एफडब्ल्यूडीए) ने शुक्रवार को पहले स्वदेशी और निर्यात के लिए तैयार मध्यम ऊंचाई पर उड़ने वाले दीर्घकालिक स्वायत्त लड़ाकू विमान के तैयार होने की घोषणा की। यह आयोजन द ललित अशोक में हुआ।
'काल भैरव' से प्रेरित यह प्लेटफॉर्म पूरी तरह भारतीय ज़मीन पर डिज़ाइन, विकसित और निर्मित किया गया है। यह विमान अधिकतम 30 घंटे की उड़ान क्षमता और 3,000 किमी की रेंज प्रदान करने में सक्षम है।टेस्ट फ़्लाइट के वीडियो प्रदर्शन के बाद, कंपनी ने बताया कि इस विमान को दक्षिण एशिया के एक देश से 25 मिलियन डॉलर का निर्यात आदेश मिला है, जो कुल 30 मिलियन डॉलर के रणनीतिक सौदे का हिस्सा है। यह उपलब्धि दर्शाती है कि वैश्विक स्तर पर भारत की नवाचार क्षमता पर विश्वास बढ़ रहा है। भारत अब एक अग्रणी रक्षा तकनीकी नवोन्मेषक और उन्नत एआई युद्ध प्लेटफॉर्म का विश्वसनीय आपूर्तिकर्ता बनता जा रहा है।
एफडब्ल्यूडीए के संस्थापक एवं सीईओ सुहास तेजस्कंद ने कहा, 'दशकों से भारत ने अमेरिका के 'प्रिडेटर' और इज़राइल के 'सर्चर' जैसे सिस्टमों पर भरोसा किया है, लेकिन इसके पीछे एक रणनीतिक कीमत चुकानी पड़ी है। जैसे कि ‘किल-स्विच’ जैसी अंतर्निहित कमजोरियां और महत्त्वपूर्ण उड़ान डेटा का विदेशी सर्वरों से होकर गुजरना।'
उन्होंने कहा, 'भारत अब युद्धकाल में डिजिटल निर्भरता का जोखिम नहीं उठा सकता। विदेशी प्रणालियों पर निर्भरता हमारी रणनीतिक स्वायत्तता को सीमित कर सकती है, क्योंकि संवेदनशील संचालन डेटा अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों की पहुंच में हो सकता है।'
दस ‘काल भैरव’ एक ‘प्रिडेटर’ की टोही क्षमताओं की बराबरी कर सकते हैं, वह भी बहुत कम लागत पर। जहां एक प्रिडेटर की क्षति का खर्च लगभग 1,000 करोड़ रु. तक हो सकता है, वहीं उतनी राशि में ‘काल भैरव’ का पूरा बेड़ा तैयार किया जा सकता है, जिससे किसी एक इकाई की क्षति से मिशन की क्षमता प्रभावित नहीं होती।
तेजस्कंद ने कहा, 'काल भैरव 'समय से परे'एक विश्वसनीय संरक्षक है, एआई से संचालित एक प्रहरी, जो राष्ट्रों के आकाश की रक्षा करता है, वैश्विक भरोसे को प्रेरित करता है, अपनी रणनीतिक पहुंच को विस्तृत करता है और युद्ध प्रणाली के भविष्य को नए रूप में परिभाषित करता है।'


