उन्नत तकनीक के इस्तेमाल से कार्यबल को कौशल-संपन्न बनाए जाने की जरूरत: मोदी
प्रधानमंत्री ने जी20 समूह के देशों के श्रम और रोजगार मंत्रियों की इंदौर में आयोजित बैठक को संबोधित किया
'चौथी औद्योगिक क्रांति के इस युग में, प्रौद्योगिकी रोजगार का मुख्य चालक बन गई है'
नई दिल्ली/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को जी20 समूह के देशों के श्रम और रोजगार मंत्रियों की इंदौर में आयोजित बैठक को वीडियो संदेश के जरिए संबोधित करते हुए कहा कि हमें उन्नत तकनीक और प्रक्रियाओं का इस्तेमाल करते हुए अपने कार्यबल को कौशल-संपन्न बनाने की जरूरत है। सतत कौशल विकास ही भविष्य के कार्यबल का मूल मंत्र है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि चौथी औद्योगिक क्रांति के इस युग में, प्रौद्योगिकी रोजगार का मुख्य चालक बन गई है और बनी रहेगी। यह सौभाग्य की बात है कि यह बैठक ऐसे देश में हो रही है, जिसके पास पिछले ऐसे प्रौद्योगिकी-आधारित परिवर्तन के दौरान बड़ी संख्या में प्रौद्योगिकी नौकरियां पैदा करने का अनुभव है।प्रधानमंत्री ने कहा कि हम सभी को अपने कार्यबल को उन्नत प्रौद्योगिकियों और प्रक्रियाओं के उपयोग में कुशल बनाने की आवश्यकता है। स्किलिंग, रीस्किलिंग और अपस्किलिंग भविष्य के कार्यबल के लिए मंत्र हैं। भारत में हमारा 'स्किल इंडिया मिशन' इसी वास्तविकता से जुड़ने का एक अभियान है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कोविड के दौरान भारत में फ्रंटलाइन स्वास्थ्य और अन्य कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए अद्भुत काम ने उनके कौशल और समर्पण को दिखाया। यह हमारी सेवा और जुनून की संस्कृति को भी दर्शाता है। दरअसल, भारत में दुनिया में कौशल कार्यबल के सबसे बड़े प्रदाताओं में से एक बनने की क्षमता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि एक और परिवर्तनकारी परिवर्तन गिग और प्लेटफ़ॉर्म अर्थव्यवस्था में श्रमिकों की नई श्रेणियों का विकास है। यह महामारी के दौरान लचीलेपन के स्तंभ के रूप में उभरा। यह लचीली कार्य व्यवस्था प्रदान करता है और आय स्रोतों की भी पूर्ति करता है। इसमें विशेषकर युवाओं के लिए लाभकारी रोजगार पैदा करने की अपार संभावनाएं हैं। यह महिलाओं के सामाजिक-आर्थिक सशक्तीकरण के लिए एक परिवर्तनकारी उपकरण भी हो सकता है। इसकी क्षमता का एहसास करने के लिए, हमें नए जमाने के श्रमिकों के लिए नए जमाने की नीतियां और हस्तक्षेप डिजाइन करने की जरूरत है।
इन कर्मचारियों और श्रमिकों के संबंध में आंकड़े, सूचना और डेटा साझा करना शुरुआत करने का एक शानदार तरीका हो सकता है। यह दुनियाभर के देशों को बेहतर कौशल, कार्यबल योजना और लाभकारी रोजगार के लिए साक्ष्य आधारित नीतियां बनाने के लिए सशक्त बनाएगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अब सही अर्थों में कौशल के विकास और साझाकरण को वैश्वीकृत करने का समय आ गया है। जी20 को इसमें अग्रणी भूमिका निभानी चाहिए। मैं कौशल और योग्यता आवश्यकताओं के आधार पर व्यवसायों का अंतरराष्ट्रीय संदर्भ शुरू करने के आपके प्रयासों की सराहना करता हूं। इसके लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग और समन्वय तथा प्रवासन और गतिशीलता भागीदारी के नए मॉडल की आवश्यकता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें नियमित और पर्याप्त काम के अवसर पैदा करने के लिए स्थायी समाधान खोजने की जरूरत है। हमें उन्हें सामाजिक सुरक्षा और आगे की सुरक्षा और स्वास्थ्य तक पहुंच बनाने के लिए नए मॉडल की भी आवश्यकता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें प्रत्येक देश की अद्वितीय क्षमताओं, शक्तियों और चुनौतियों पर विचार करना चाहिए। 'एक आकार सभी के लिए उपयुक्त' दृष्टिकोण अपनाना सामाजिक सुरक्षा के स्थायी वित्तपोषण के लिए उपयुक्त नहीं है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि लोगों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करना जी20 एजेंडे का प्रमुख पहलू है। लेकिन अंतरराष्ट्रीय संगठनों द्वारा अपनाई गई वर्तमान रूपरेखा केवल उन लाभों के लिए है जो कुछ संकीर्ण तरीकों से संरचित हैं।
अन्य रूपों में प्रदान किए गए कई लाभ ढांचे के अंतर्गत शामिल नहीं हैं। हमारे पास खाद्य सुरक्षा, बीमा और पेंशन कार्यक्रम हैं जिनका हिसाब नहीं दिया जा रहा है। हमें इन लाभों पर पुनर्विचार करना चाहिए ताकि सामाजिक सुरक्षा कवरेज की सही तस्वीर सामने आ सके।