कोयंबटूर: नेशनल सिल्क एक्सपो में छाए खूबसूरत साड़ियों के आकर्षक रंग
साड़ी, कुर्ती, ड्रेस मटीरियल, फैशन ज्वेलरी और सामान का शानदार संग्रह
यहां भारत की बुनाई परंपराओं को प्रदर्शित करने वाली साड़ियों और ड्रेस सामग्री की 1,50,000 से अधिक वैरायटी हैं
कोयंबटूर/दक्षिण भारत। भारत के सबसे बड़े कॉटन और रेशम एक्सपो में से एक नेशनल सिल्क एक्सपो में रौनक छाई हुई है। कोयंबटूर में अविनाशी रोड स्थित सुगुणा कल्याण मंडपम में हो रहा यह आयोजन 5 मार्च तक जारी रहेगा। इसका समय सुबह 11 बजे से रात 9 बजे तक है।
आयोजकों ने बताया कि यहां भारत की बुनाई परंपराओं को प्रदर्शित करने वाली साड़ियों और ड्रेस सामग्री की 1,50,000 से अधिक वैरायटी हैं। एक्सपो में चहलकदमी करना भारतीय वस्त्र कला के रंगों की यात्रा करने जैसा है।यहां जीवंत रंगों और मिट्टी के रंगों में जूट रेशम, पॉलिश और कच्चे टसर, कांथा-वर्क वाली साड़ियां, ढाकाई जामदानी और मसलिन रेशम, बालूचरी, तंगेल, पश्चिम बंगाल की लिनेन साड़ी, उप्पाडा साड़ियां, जो सोने की बुनाई के साथ शानदार ढंग से चमकती हैं, के प्रति खास आकर्षण है।
इसके अलावा डबल बुनाई इक्कत, घिचा सिल्क और कॉटन खरीदारी को खास बनाते हैं। उत्तम दर्जे का रेशम औपचारिक अवसरों के लिए आदर्श माना जाता है। वहीं, हल्के पेस्टल रंगों में लखनऊ से चिकन का काम सभी उम्र और अवसरों के लिए है।
कई उत्पादों पर छूट देने वाली इस प्रदर्शनी में भागलपुरी सिल्क, रनिंग मटीरियल और साड़ियों दोनों का आकर्षक संग्रह है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश के बनारस सिल्क और सिल्क कॉटन राजस्थानी डब्बू प्रिंट, बंधेज और गुजरात पटोला, बिहार टसर सिल्क मंत्रमुग्ध करने वाले रंगों में हैं।
आयोजकों ने बताया कि यहां साड़ी, कुर्ती, ड्रेस मटीरियल, फैशन ज्वेलरी और सामान का शानदार संग्रह है, जिसके लिए बड़ी संख्या में लोग उमड़ रहे हैं। यहां एंट्री फ्री है। सभी डेबिट और क्रेडिट कार्ड स्वीकार किए जाते हैं।