वर्ष 2024 के ओलंपिक में एथलेटिक्स पदक जीतेंगे : ऊषा
वर्ष 2024 के ओलंपिक में एथलेटिक्स पदक जीतेंगे : ऊषा
नई दिल्ली। उ़डन परी पीटी ऊषा और दिग्गज एथलीट श्रीराम सिंह ने कहा है कि भारत २०२४ के ओलंपिक में जरूर एथलेटिक्स में पदक हासिल करेगा। वर्ष १९८४ के लॉस एंजेलिस ओलंपिक में ४०० मीटर बाधा दौ़ड में सेकंड के १०० वें हिस्से से कांस्य पदक चूकने वाली पीटी ऊषा ने बुधवार को यहां त्यागराज स्टेडियम में गेल इंडियन स्पीड स्टार सीजन दो के ग्रैंड फिनाले के अवसर पर कहा, हम हमेशा ४०० मीटर और ४०० मीटर बाधा दौ़ड में अच्छा प्रदर्शन करते आए हैं। इन स्पर्धाओं में हमारे पास पदक जीतने के अच्छे मौके हैं। उ़डन परी ने कहा, गेल इंडियन स्पीड स्टार के पहले सत्र में विजेता रही जिस्ना मैथ्यू ने पिछले अगस्त में रियो ओलंपिक में हिस्सा लिया था। मैं उम्मीद करती हूं कि वर्ष २०२० के ओलंपिक में हमारा कोई एथलीट फाइनल में पहुंचेगा जबकि वर्ष २०२४ के ओलंपिक में हमारा एथलीट पदक जीत सकेगा।वर्ष १९७६ के मांट्रियल ओलंपिक में ८०० मीटर दौ़ड में भारत की तरफ से ऐतिहासिक प्रदर्शन करने वाले श्रीराम सिंह ने भी इस अवसर पर कहा, हम ओलंपिक में पदक के सबसे नजदीक ४०० मीटर और ४०० मीटर बाधा दौ़ड में पहुंचे हैं। १०० और २०० मीटर फर्राटा में हमारे पास शुरुआती गति की कमी है जिससे हमे अमेरिकी और जमैका के फर्राटा एथलीटों का मुकाबला नहीं कर सकते। मांट्रियल ओलंपिक में फाइनल में पहुंचकर सातवें स्थान पर रहे श्रीराम ने कहा, हमारी शुरुआती गति कम है लेकिन हमारे पास स्टेमिना बनाए रखने की क्षमता है जिससे हम मध्य दूरी की दौ़डों में कामयाब हो सकते हैं। ऊषा ने साथ ही कहा, इस प्रतिभा खोज अभियान में हमारा लक्ष्य १००, २०० और ८०० मीटर दौ़ड है और इसमें हमने आयुवर्ग ११ से १७ वर्ष रखा है। पहले सत्र में हमने आठ प्रतिभाशाली एथलीटों को चुना था और दूसरे सत्र में हम कुछ प्रतिभाशाली एथलीटों को चुनकर २०२० और २०२४ ओलंपिक के लिए तैयार करेंगे। हमने अपना टारगेट ग्रासरूट स्तर को बनाया है।