पाकिस्तान और अफगानिस्तान युद्धविराम पर सहमत, शांति के लिए करेंगे यह उपाय
दोनों के बीच संबंध साल 2023 से तनावपूर्ण बने हुए हैं
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इस्लामाबाद/दक्षिण भारत। पाकिस्तान और अफगानिस्तान ने सीमा पर कई दिनों तक चली हिंसक झड़पों के बाद स्थायी शांति सुनिश्चित करने के लिए तत्काल युद्धविराम और तंत्र स्थापित करने पर सहमति व्यक्त की है। झड़पों में दोनों पक्षों के कई सैनिक, नागरिक और आतंकवादी मारे गए हैं। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी।
कतर के विदेश मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, यह सफलता पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ और अफगानिस्तान के कार्यवाहक रक्षा मंत्री मुल्ला याकूब के बीच दोहा में हुई वार्ता के बाद मिली, जिसमें कतर और तुर्किये ने सहयोग दिया।बयान में कहा गया है, 'बातचीत के दौरान, दोनों पक्ष तत्काल युद्धविराम और दोनों देशों के बीच स्थायी शांति और स्थिरता को मजबूत करने के लिए तंत्र की स्थापना पर सहमत हुए हैं।'
इसमें कहा गया है कि दोनों पड़ोसी देशों ने दोनों देशों में सुरक्षा और स्थिरता प्राप्त करने के लिए विश्वसनीय और टिकाऊ तरीके से संघर्ष विराम के कार्यान्वयन और स्थायित्व को सुनिश्चित करने के लिए आने वाले दिनों में बैठकें आयोजित करने पर भी सहमति व्यक्त की।
यह घटनाक्रम पाकिस्तान-अफगान सीमा पर बढ़े तनाव के बीच हुआ है, जो पिछले सप्ताह काबुल के निकट कथित पाकिस्तानी हवाई हमलों के बाद सीमा पार झड़पों से उत्पन्न हुआ है।
दोहा वार्ता शनिवार को शुरू हुई, जिसमें पाकिस्तान ने अफगान तालिबान अधिकारियों से तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के खिलाफ सत्यापन योग्य कार्रवाई करने का आग्रह किया, जिस पर इस्लामाबाद अफगान धरती से सीमा पार आतंकवादी हमले करने का आरोप लगाता है।
विदेश कार्यालय ने शनिवार को एक बयान में कहा कि पाकिस्तान ने अफगान अधिकारियों से अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए अपनी प्रतिबद्धताओं का सम्मान करने और आतंकवादी संस्थाओं के खिलाफ सत्यापन योग्य कार्रवाई करके इस्लामाबाद की 'वैध सुरक्षा चिंताओं' को दूर करने की आवश्यकता पर बल दिया है।
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच संबंध साल 2023 से तनावपूर्ण बने हुए हैं। इस्लामाबाद बार-बार सीमा पार हमलों को अंजाम देने वाले आतंकवादियों द्वारा अफगान धरती के उपयोग पर चिंता जताता रहा है।


