अलीगढ़ में मासूम की हत्या के मामले में अब तक चार गिरफ्तार
अलीगढ़ में मासूम की हत्या के मामले में अब तक चार गिरफ्तार
लखनऊ/वार्ता। उत्तर प्रदेश में अलीग़ढ के टप्पल क्षेत्र में हैवानियत की शिकार मासूम की हत्या के सिलसिले में पुलिस ने शनिवार को एक महिला समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया है। इसके साथ समाज को शर्मसार किये जाने वाले इस मामले में अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
उधर, घटना से आक्रोशित अलीगढ़ के वकीलों ने मासूम के हत्यारों का मुकदमा नहीं ल़डने का फैसला किया है। अधिवक्ताओं का कहना है कि अगर जिले के बाहर का भी कोई वकील इस मामले की पैरवी करने की हिमाकत करता है तो उसे अदालत परिसर में घुसने नहीं दिया जायेगा।पुलिस सूत्रों ने बताया कि मासूम की हत्या में शामिल मेंहदी हसन और एक महिला को आज गिरफ्तार कर लिया गया। इससे पहले पुलिस दो आरोपियों जाहिद और असलम को गिरफ्तार कर चुकी है। मेंहदी हसन आरोपी जाहिद का भाई है। जिस दिन मासूम का शव मिला, उसी दिन मेंहदी फरार हो गया था।इस बीच मासूम की हत्या को लेकर प्रदेश में आक्रोश का माहौल है। प्रदेश कांग्रेस ने इस जघन्य कांड की भर्त्सना करते हुये शनिवार शाम लखनऊ के हजरतगंज स्थित गांधी प्रतिमा पर कैंडल धरना देने का फैसला किया है।
इससे पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा मासूम की हत्या को लेकर ट्वीट के जरिये सरकार पर निशाना साध चुकी है। बसपा सुप्रीमो मायावती और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मृतक के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए राज्य की कानून व्यवस्था की हालत पर चिंता व्यक्त की थी। इससे पहले सरकार ने ढाई साल की टिवकंल की हत्या के मामले की जांच विशेष जांच दल (एसआईटी) के हवाले करने की घोषणा की थी।
हत्यारोपियों के खिलाफ पाक्सो अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया जायेगा। एसआईटी का गठन अलीग़ढ के पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) मनीलाल पाटीदार के नेतृत्व में किया गया है जो अपनी रिपोर्ट १५ दिन के भीतर देगी। उन्होंने बताया कि फोरेंसिक दल, स्पेशल आपरेशन ग्रुप (एसओजी) और विशेषज्ञों का दल एसआईटी के अंग होंगे जो हत्या से जुड़े पहलुओं की जांच तेजी से करने में मदद करेंगे।
पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) ने पीड़ित के साथ बलात्कार किये जाने की संभावना को नहीं नकारते हुए कहा था कि फोरेंसिक जांच में वास्तविक कारणों का पता चलेगा। इस बीच हैवानियत की शिकार बच्ची की मां ने आरोपियों को मृत्युदंड देने की मांग की है। उन्होने कहा मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकारों से गुहार लगाती हूं कि मेरी बच्ची के गुनाहगारों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। हम आरोपियों की फांसी की मांग करते हैं। अगर वह सात साल बाद जेल से बाहर आए तो ऐसी ही किसी और बच्ची को निशाना बनाएंगे।