पाक पर अंकुश आवश्यक
पाक पर अंकुश आवश्यक
सीमा पार से आतंकवाद को ब़ढावा देने के साथ पाकिस्तानी सेना ने फिर एक बार संघर्ष विराम का उल्लंघन कर भारत के दो जवानों की निर्मम हत्या की ़गुस्ताख़ी की है। यही नहीं मारे गए दोनों सैनिकों के मृतक शरीर को विकृत भी किया। ऐसी शर्मनाक हरकत की केवल निंदा नहीं करनी चाहिए बल्कि पाकिस्तान के खिलाफ भारत को फौलादी जवाबी कार्यवाही करनी चाहिए। पाकिस्तानी सेना इस तरह की बर्बरता भरी हरकत से यह सा़फ कर चुकी है कि उससे किसी भी तरह की नैतिक हरकत की उम्मीद करना बेवकूफी ही होगी। यह पहली बार नहीं हुआ है, भारतीय जवानों को मारने के बाद उनके पार्थिव शरीरों को पहले भी पाकिस्तान क्षति पहुंचता रहा है। पाकिस्तानी सेना की क्रूर हरकत के बाद देश की जनता क्रोधित है और केंद्र सरकार पर विपक्ष भी दबाव बना रहा है कि भारतीय सेना पाकिस्तान की ़गुस्ताख़ी का मुँह तो़ड जवाब दे। भारतीय सेना ने मंगलवार को हुई जवाबी कार्यवाही में पाकिस्तान की दो चौकियों को पूरी तरह से ध्वस्त तो किया परंतु पाकिस्तान को सबक सीखने के लिए केवल इतना काफी नहीं है। सरकार को भारतीय सेना का पूर्ण समर्थन कर उसे सीमा पार से फैलाये जा रहे आतंकवाद और साथ ही पाकिस्तानी सेना की गुस्ताखियों पर नकेल कसने के लिए आ़जादी देने का समय आ चुका है। समय आ चुका है कि पाकिस्तान को उसकी औकात दिखा दी जाए और साथ ही हमारी सरहद को पूरी तरह से अभेद्य बना दिया जाए। इसके लिए पहले तो पाकिस्तान निय्त्रिरक कश्मीर में पनप रहे आतंकी छावनियों को पूरी तरह से निश्तनाबूत करना होगा और साथ ही हमारी सरहद की सुरक्षा के लिए आधुनिक प्रणाली का इस्तेमाल कर इसे अभेद्य बनाना होगा। हमारी सरकार को यह दिखाना होगा कि वह पाकिस्तान की बेहूदा हरकतों को सहने वाली नहीं है और आवश्यकता प़डने पर बल का प्रयोग करने से कतराती नहीं है। साथ ही भारत को पाकिस्तान से सभी तरह के व्यापारिक रिश्तों को ख़त्म कर देना चाहिए। अगर पाकिस्तान गुस्ताखियों को दोहराने पर आमादा रहेगा तो उसे ऐसी गुस्ताखियों का खामियाजा भी उठाना प़डेगा। अब हमें पाकिस्तान से बेहतर रिश्तों की उम्मीद को ठुकरा देना चाहिए वरना पाकिस्तान को पुनः हमारे खिलाफ गुस्ताखी करने का मौका मिल जायेगा। पाकिस्तान से अगर हम व्यापार करना बंद कर दें तो इसका असर पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था पर प़डेगा। भारत के पास पाकिस्तान से आयात किए जाने वाले पदार्थों को उपलब्ध करने के लिए अन्य देशों की कतार लगी है ऐसे में पाकिस्तान से व्यापार कर उसे आर्थिक मजबूती देने को हमें रोकना होगा। अगर भारत सरकार पाकिस्तान संबंधी नीति में आवश्यक बदलाव कर क़डा रुख अपनाती है तो भारत सीमा पार से आतंकियों को मिल रहे प्रोत्साहन पर भी अंकुश लगाने में सफल रहेगी। अब भारत को अंतराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान की हरकतों की निंदा नहीं बल्कि पाक अधिकृत कश्मीर में पनप रही छावनियों को नष्ट कर उनके आकाओं को कम़जोर बनाना होगा। पूरी सकती के साथ कार्यवाही करने का समय आ चुका है।